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पब्लिक यूटिलिटी वाली सेवाओं पर साइबर ठगों की नजर, इन बातों का रखें ध्यान वरना खाली हो जाएगा बैंक अकाउंट

इंटरनेट में पब्लिक यूटीलिटी से जुड़ी सेवाएं देने वाली वेबसाइटों पर साइबर ठग सक्रिय हैं। और इन सेवाओं के लिए इनमें दिए गए संपर्क नंबर पर कॉल करने वालों को झांसा देकर ऑनलाइन ठग रहे हैं।

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Cyber Crime : अगर आप भी Mobille पर ज्यादा समय बिताते हैं तो इस बात से रहिये सावधान

Cyber Crime : अगर आप भी Mobille पर ज्यादा समय बिताते हैं तो इस बात से रहिये सावधान

रायपुर. इंटरनेट में पब्लिक यूटीलिटी से जुड़ी सेवाएं देने वाली वेबसाइटों पर साइबर ठग सक्रिय हैं। और इन सेवाओं के लिए इनमें दिए गए संपर्क नंबर पर कॉल करने वालों को झांसा देकर ऑनलाइन ठग रहे हैं। कुरियर सर्विस, रसोई गैस बुकिंग, मोबाइल रिचार्ज, बिजली बिल, ऑनलाइन शापिंग आदि के नाम पर कई लोगों से ऑनलाइन ठगी कर चुके हैं। ताजा मामला डीडी नगर इलाके का है। एक महिला को झांसा उनके खाते से 2 लाख से ज्यादा पार कर लिया। इसकी शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात साइबर ठगों के खिलाफ अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया है।

पुलिस के मुताबिक सुंदरनगर इलाके में रहने वाली एन कविता देव ने कुछ सामान कुरियर के जरिए मंगाया था। सामान नहीं पहुंचा, तो उन्होंने गूगल में डिलीवरी कुरियर सर्विस के कस्टमर केयर का नंबर निकाला। उसमें दिए नंबर में कॉल करने पर मनीष कुमार ने बात की। और अपनी समस्या बताई। इस दौरान मनीष कुमार ने महिला से ऑनलाइन एक रजिस्ट्रेशन फार्म भरवाया।

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इसमें उन्होंने अपना पता, मोबाइल नंबर के बाद अपना बैंक खाता नंबर भी बताया। कुछ देर बाद मनीष कुमार ने उनका यूपीआई नंबर भी पूछ लिया। महिला ने यूपीआई नंबर बता दिया। इसके बाद उनके बैंक खाते से 28 फरवरी से लेकर 2 मार्च तक 2 लाख 60 हजार 701 रुपए का आहरण हो गया। इसकी शिकायत महिला ने डीडी नगर थाने में की। पुलिस ने साइबर ठग मनीष के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर विवेचना में लिया है।

फर्जी वेबसाइट बनाकर सक्रिय
इस तरह की ठगी पहले भी हो चुकी है। साइबर ठग कुरियर सर्विस के नाम पर फर्जी वेबसाइट बनाकर गूगल में सक्रिय रहते हैं। किसी नामी कंपनी के नाम से वेबसाइट बनाते हैं, लेकिन उसमें अपना मोबाइल नंबर डाल देते हैं। लोग कंपनी का मोबाइल नंबर समझकर कॉल करते हैं और ठगी का शिकार हो जाते हैं।

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ऐसे बरते सावधानी
-प्रतिष्ठित कंपनियों की वेबसाइट में टोल फ्री नंबर होते हैं, जो मोबाइल नंबर नहीं होते हैं।
-साइबर ठगी करने वाले अधिकांश अपना मोबाइल नंबर देते हैं। उसमें कॉल न करें।
-ठगी का शिकार होते ही तत्काल साइबर हेल्पलाइन नंबर 155260 में कॉल करें।
-किसी को भी फोन पर अपने बैंक खाता नंबर, यूपीआई नंबर आदि की जानकारी न दें।
-ऑनलाइन सुविधाएं देने वाली कंपनियों की अधिकृत व सिक्योर वेबसाइट का इस्तेमाल करें।