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डीजीपी ने हेलमेट पहनने की बजाय लटका कर चलने वाले लापरवाह पतियों को दी ये सलाह

मरीन ड्राइव में सड़क सुरक्षा सप्ताह में शामिल हुए आईजी, एसएससपी

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डीजीपी ने हैलमेट पहनने की बजाय लटकाटकर चलने वाले लापरवाह पतियों को दी सलाह

जागरुकता रैली को हरी झंडी दिखाते डीजीपी अवस्थी व अन्य।

ताबीर हुसैन @ रायपुर. सड़क सुरक्षा को लेकर मरीन ड्राइव में आयोजित कार्यक्रम में डीजीपी डीएम अवस्थी ने कहा कि अपने बच्चों को जन्मदिन पर हैलमेट गिफ्ट करें। जब भी वे घर से निकलें तो बिना हैलमेट पहनाएं न जाने दें। जिनके हसबैंड हैलमेट को गाड़ी में टांगकर चलते हैं, ट्रैफिक पुलिस वालों को देखकर पहनते हैं, जुर्माने से बचने के लिए 40 रुपए वाला सस्ता हैलमेट खरीद लेते हैं, वे इस बात को समझें कि जुर्माना से बचने से ज्यादा जरूरी है जान बचाना। अवस्थी ने कहा कि हादसों में होने वाली आधी मौतें हैलमेट नहीं लगाने से होती हैं। दूसरा कारण शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों का है। एल्कोहल से दूरी बनाएं। अपनी और दूसरों की जान बचाएं। एम्बूलेंस की जरूरत न पड़े। हैलमेट को आदत में डालें। हैल्थ डिपार्टमेंट की प्रिंसिपल सेक्रेटरी निहारिका बारीक ने कहा, खुद व फैमिली की सुरक्षा के लिए हैलमेट जरूर पहनें। कार्यक्रम में आईजी आनंद छाबड़ा, एसएसपी आरिफ एच शेख, डीएसपी ट्रैफिक सतीष ठाकुर, केयर ग्रुप के सीईओ डॉ राजीव सिंघल, एचसीओओ डॉ तनुश्री दत्ता, डॉ. पंकज धावलिया, ट्रेनिंग देने वाले डॉ सुजोय ठाकुर और डॉ संतोष सिंह शामिल रहे।कार्यक्रम संचालन पायल ने किया।

मजाकिए अंदाज में कहा

अवस्थी ने मजाकिए अंदाज में कहा कि रायपुर के हिसाब से कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। जो लोग यहां बैठे हुए हैं चाय का भी इंतेजाम नहीं है। सर्दी में उन सभी का बुरा हाल है। उनको भी मैं धन्यवाद और बधाई देता हूं कि इतनी ठंड में आप लोग कार्यक्रम में आए।

तगड़ा जुर्माना लगने पर भी नहीं मानते लोग
अवस्थी ने कहा, मैं देख रहा हूं कि एसपी साहब हेलमेट पहनाने में लगे हैं। हमारे जमाने में कई बार हजारों के चालान काटे गए हैं लेकिन लोग सुधरते नहीं। इसलिए सख्ती तो जरूरी है।

संदीप दवे बोले- मैंने नियम तोड़ा
डॉ संदीप दवे ने कहा कि यहां नोटिस लगा है कि तेलीबांधा तालाब के पास गाड़ी खड़ी न करें। जबकि मैं खुद नियम को दरकिनार कर यहां सड़क सुरक्षा की बातें कर रहा हूं। कई बार दूसरों को अवेयर करने के लिए ऐसा भी करना पड़ता है। बेहतर यही है कि हम ट्रेफिक नियमों का पालन करें। दूसरों के लिए न सही अपने लिए।

हेलमेट पहनेंगे तो लड़कियां कैसे देखेंगी
नुक्कड़ नाटक के जरिए युवाओं ने हैलमेट पहनने और गाड़ी चलाते वक्त हैडफोन को अवाइड करने का मैसेज दिया। नाटक में बाइक पर पीछे बैठा युवा कहता है कि हैलमेट पहन, इसके जवाब में बाइक चला रहा उसका दोस्त जवाब देता है कि अगर हैलमेट लगाएंगे तो लड़कियां कैसे देखेंगी। इसे सुनकर दर्शक ठहाके लगाने मजबूर हो गए। हादसे के बाद कोई हेल्प नहीं करता, कई बार समय पर अस्पताल नहीं पहुंचाने के कारण पीडि़त की मौत हो जाती है। इस प्ले में दिव्यांशी शर्मा, नरेश साहू, मनीषा दुबे, नवेद मेमन, अनिल पटेल, सूर्या महिलांगे और परितोष राजपूत ने बेहतरीन अदाकारी की।

टूट पड़े हैलमेट लेने
कार्यक्रम में मुफ्त हैलमेट की व्यवस्था भी की गई थी। इसे लेने राहगीर टूट पड़े। चूंकि हैलमेट सीमित संख्या में थे ऐसे में सभी के लिए मिलना संभव भी नहीं था।

हादसे वाली गाड़ी को लेकर निकाली रैली
कार्यक्रम में रोचक बात यह थी कि हादसे में क्षतिग्रस्त बाइक को रैली में शामिल किया गया। इसका मकसद लोगों को दुर्घटना का भयावाह चेहरा दिखाना था। यह आयोजन रामकृष्ण केयर ग्रुप की ओर से किया गया। कार्यक्रम का नाम था योर लाइफ-वी केयर।