रायपुर . आखिर क्या कारण है कि स्वच्छ छवि के लोग जनसेवा तो करना चाहते हैं लेकिन राजनीति से दूरी बनाकर? यदि भारतीय राजनीति दूषित हो गई है तो उसे स्वच्छ करने के लिए अच्छे लोग आगे क्यों नहीं आते? चुनाव जीतने के बाद नेता गायब हो जाते हैं, वादा निभाना तो दूर की बात है। ऐसे में जनता विकल्प चाहती है। क्या स्वच्छ छवि के लोग भ्रष्ट नेताओं के विरुद्ध चुनाव लड़ेंगे तो तो देश में व्यापक बदलाव आएगा? देखिए पूरा डिबेट पत्रिका हल्लाबोल में..