इस संबंध में अधिकारियों ने बताया कि पाजिटिव आने वाले मरीजों को तीन कैटेगरी में बांटा जाएगा, जिसमें पहले पायदान में वे मरीज जिनको हार्ट-किडनी सहित अन्य गंभीर बीमारी है और वे संक्रमण के चलते ज्यादा गंभीर होना, वहीं दूसरे कैटेगरी में अगर किसी व्यक्ति को प से कोई बीमारी नहीं है और वे संक्रमण के चलते गंभीर होता जा रहा है तो इन दोनों मरीजों को बेहतर उपचार के लिए कोविड अस्पतालों में भर्ती किया जाएगा, वहीं तिसरे कैटेगरी में अगर कोई व्यक्ति संक्रमित है और उसे ज्यादा दिक्कत नहीं हो तो उसे स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती के साथ घर पर भी रखकर उपचार किया जाएगा।
सामानों की हुई जांच
इस संबंध में अधिकारियों ने बताया कि सभी समानों की जांच कर ली गई है, साथ ही कई वैंटिलेटर में खराबी होने पर उसको दुरुस्त कराया गया है, ताकि जरूतर पड़ने पर उसका उपयोग हो सके। वहीं मॉकड्रिल के दौरान कर्मचारियों से भी पूछताछ की गई। ताकि कौन से कर्मचारी कोविड के समय में किस तरह की ड्यूटी किए हैं।
बूस्टर डोज के लिए किया जा रहा जागरूक
कोरोना संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को फिर से मास्क का उपयोग करने तथा बूस्टर डोज सभी को लगवाने के लिए जागरूक कर रहे हैं, ताकि आन वाले दिनों में कम से कम लोग इसके चपेट में आ सके। वहीं जिले से केस खत्म होने के बाद लोग बुस्टर डोज करीब डेढ़ लाख लोगों ने नहीं लिया है। साथ ही एकबार फिर से लोगों को बुस्टर डोज लगवाने के लिए जगरूक कर रहे हैं।
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गौरतलब हो कि विगत दिनों वैक्सीन की मांग को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा बड़ी संख्या में को-वैक्सीन मंगाई गई थी, लेकिन आमजनों द्वारा नहीं लगवाने के कारण 28 हजार वैक्सीन दो दिन बाद एक्सपायर हो जाएगी। जिसको देखते हुए पीएससी और सीएचसी सेंटरों से बचे हुए वैक्सीन को वापस रायगढ़ भेजा जा रहा है। ऐसे में अब जनवरी माह से नया डोज आने के बाद ही लोगों को प्रिकाशन डोज दिया जाएगा।
कोरोना को लेकर मॉकड्रिल किया जा रहा है, जिससे उपयोग में आने वाले मशीनरी सामानों के साथ कोविड में ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों को भी तैयार की जा रही है।
डॉ. पीडी बस्तिया, सीपीएम, रायगढ़