
80 हजार स्वास्थ्य कर्मचारी आज से हड़ताल पर, इन खास मांगों को लेकर उतरेंगे धरना पर, ये स्टाफ भी होंगे शामिल
health worker on Strike : अपनी 24 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश के सरकारी अस्पतालों के करीब 80 हजार स्वास्थ्य कर्मचारी मंगलवार से हड़ताल पर रहेंगे। इससे सरकारी अस्पतालों में ओपीडी (बाह्यरोगी विभाग) और आईपीडी (आंतरिक रोगी विभाग) मरीजों का उपचार बुरी तरह से प्रभावित होगा। हड़ताल से सबसे ज्यादा मरीजों के ऑपरेशन, पैथोलॉजी, सोनोग्राफी जांच, एक्स-रे सहित कई अन्य तरह के उपचार बाधित होंगे।
health worker on Strike : करीब 9 हजार स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा जाने का अनुमान है। वहीं आंबेडकर अस्पताल के अधीक्षक एसबीएस नेताम का कहना है कि हड़ताल इलाज तो निश्चित रूप से प्रभावित होंगे। फिर भी हमने सरकारी नर्सिंग कॉलेजों के छात्रों और कलेक्टर दर पर ठेके पर काम करने वाले कर्मचारियों से सेवाएं जारी रखने की व्यवस्था की है।
वहीं अपनी मांगों को लेकर प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर पर सभी संवर्ग के स्वास्थ्य कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर शामिल हो रहे हैं। इससे पहले संघ के पदाधिकारियों ने 26 जून को स्वास्थ्य सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी और 30 जून को चिकित्सा शिक्षा सचिव पी दयानंद से मुलाकात करके अपनी मांग रखी थी।
health worker on Strike : मांगें पूरी नहीं होने पर कर्मचारियों ने हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया। संघ के प्रांताध्यक्ष आलोक मिश्रा, महामंत्री अश्विनी गुर्देकर ने बताया कि शासन के निर्देश पर कर्मचारियों की वेतन विसंगति दूर करने समिति बनाकर वेतन सुधार करने का प्रस्ताव भेजा गया है। (cg news in hindi) उसे तत्काल मंजूरी देकर लागू किया जाए। बता दें कि कई सालों बाद स्वास्थ्य कर्मचारियों का प्रदेश स्तर का बड़ा आंदोलन हो रहा है। इसमें स्टाफ नर्स, टेक्नीशियन सहित सभी सपोर्टिंग स्टॉफ के शामिल होने से डॉक्टरों के लिए परेशानी खड़ी हो गई है। (raipur news) इससे अस्पतालों में भर्ती मरीजों भी बुरी तरह प्रभावित होंगे।
ये हैं प्रमुख मांगें
health worker on Strike : स्वास्थ्य कर्मचारियों की प्रमुख मांगों में नर्सिंग ड्रेस धुलाई भत्ता, नाइट ड्यूटी भत्ता, कर्मचारी वर्दी भत्ता, सभी क्लिनिकल स्टाफ को जोखिम भत्ता और केंद्र के समान सभी तरह के भत्ते प्रदान, (raipur news) नियमित भर्तियों के पहले राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, स्वास्थ्य-चिकित्सा शिक्षा विभाग,आयुष विभाग, जीवनदीप समिति, डीएमएफ के अंतर्गत कार्यरत समस्त संविदा, अनियमित कर्मचारियों का नियमितीकरण किया जाए या फिर समान कार्य पर समान वेतन-भत्ते, सेवानिवृत्ति की आयु 62 वर्ष, पुलिस विभाग की तरह 1 वर्ष में 13 माह का वेतन, (cg raipur news) चार स्तरीय वेतनमान, एकल पद के तकनीकी के लिए 4 स्तरीय पदोन्नति चैनल बनाने आदि मांगें शामिल हैं।
ये हैं हड़ताल में शामिल
संघ के प्रदेश सचिव और डेंटल कॉलेज अध्यक्ष सतीश पसेरिया ने बताया कि राज्य के सभी मेडिकल कॉलेज-अस्पताल, जिला अस्पताल, डीकेएस अस्पताल, आंबेडकर अस्पताल, सभी सीएचसी, पीएचसी और उप स्वास्थ्य केंद्रों में पदस्थ सभी कर्मचारी इसमें शामिल होंगे। (cg raipur news) इसके लिए आंबेडकर अस्पताल के बाहर बैनर लगाकर आम जनता से माफ़ी भी मांगी गई हैं।
ये सेवाएं भी प्रभावित होंगे
- एक हजार से ज्यादा सरकारी एंबुलेंस के पहिए थम जाएंगे।
- केंद्र से संचालित 700-800 हैल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर ताला लग जाएगा।
- टेक्नीशियंस के अभाव में एक्स-रे, सोनोग्राफी, पैथोलॉजी सहित सभी तरह की उपचार संबंधित जांच और कार्य प्रभावित होगी।
- नर्सों के नहीं होने से मरीजों की देखरेख कौन करेगा?
- सरकारी मेडिकल स्टोर से दवाइयां भी नहीं मिलेंगी।
ओपीडी में आंशिक, वार्ड में ज्यादा प्रभावित होगा इलाज
अस्पतालों में आने वाले मरीजों का इलाज आंशिक रूप से प्रभावित होंगे, क्योंकि डॉक्टर्स पर हड़ताल पर नहीं है। इसलिए ओपीडी में डाक्टर्स इलाज करेंगे। (cg news today) ओपीडी में रजिस्ट्रेशन में जरूर दिक्कतें आ सकती हैं, क्योंकि अधिकांश ओपीडी में नर्स या फिर सरकारी कर्मचारी ही मरीजों की पर्ची को रजिस्ट्रर पर दर्ज करते हैं।
कर्मचारियों से अपील है कि वो हड़ताल का रास्ता छोड़ दें। उनकी मांगों पर मुख्यमंत्री गंभीरता पूर्वक विचार कर रहे हैं। उनके हड़ताल पर जाने से छत्तीसगढ़ के मरीजों को काफी परेशानी होगी। (cg hindi news) हड़ताल को देखते हुए प्रशासनिक स्तर पर वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं।
- टीएस सिंहदेव, उप मुख्यमंत्री
Published on:
04 Jul 2023 11:59 am
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