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Tomer Case in CG: रायपुर में करणी सेना का बड़ा प्रदर्शन! सूदखोर तोमर केस पर उबाल, जानें क्या है इनकी 8 मांगे…

Tomer Case in CG: रायपुर में सूदखोर तोमर बंधु प्रकरण को लेकर शनिवार को राजपूत करणी सेना की प्रस्तावित महापंचायत से पहले ही माहौल तनावपूर्ण हो गया।

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रायपुर में करणी सेना का बड़ा प्रदर्शन! सूदखोर तोमर केस पर उबाल, जानें क्या है इनकी 8 मांगे...(photo-patrika)

रायपुर में करणी सेना का बड़ा प्रदर्शन! सूदखोर तोमर केस पर उबाल, जानें क्या है इनकी 8 मांगे...(photo-patrika)

Tomer Case in CG: छत्तीसगढ़ के राजधानी रायपुर में सूदखोर तोमर बंधु प्रकरण को लेकर शनिवार को राजपूत करणी सेना की प्रस्तावित महापंचायत से पहले ही माहौल तनावपूर्ण हो गया। महापंचायत में शामिल होने के लिए प्रदेशभर से पहुंच रहे करणी सेना के सैकड़ों कार्यकर्ताओं को पुलिस ने विभिन्न स्थानों से रोककर हिरासत में ले लिया है। कई पदाधिकारियों को थानों में बिठाया गया है, जबकि बाकी जिलों से कार्यकर्ताओं के रायपुर पहुंचने का सिलसिला जारी है।

वादी पक्ष के समर्थन में आयोजित इस महापंचायत के जरिए करणी सेना ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ आठ प्रमुख मांगें उठाई हैं। इनमें थाना प्रभारी योगेश कश्यप को तत्काल निलंबित कर उन पर कस्टडी में रोहित तोमर की पत्नी भावना तोमर के साथ अश्लील हरकतें करने के आरोप में FIR दर्ज करने की मांग शामिल है। साथ ही तत्कालीन CSP राजेश देवांगन को भी निलंबित कर कठोर कार्रवाई करने की मांग की गई है।

Tomer Case in CG: करणी सेना की महापंचायत पर पुलिस की सख्ती

संस्था ने रायपुर एसपी लाल उम्मेद सिंह पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। करणी सेना का आरोप है कि उनके नेतृत्व में कस्टोडियल उत्पीड़न, अवैध दबाव और प्रशासनिक लापरवाही हुई। संगठन ने एसपी को तत्काल पदमुक्त कर संवैधानिक धाराओं के तहत अभियोग दर्ज करने की मांग रखी है।

करीब एक सप्ताह पहले तोमर परिवार के सदस्यों के साथ की गई कथित मारपीट व बीच सड़क पर अपमानजनक व्यवहार का भी करणी सेना ने विरोध किया है। संगठन ने आरोपित पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित कर उनके खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की मांग की है।

कारी सेना की अन्य मांगों में-

कारी सेना ने अपनी अन्य प्रमुख मांगों में संगठन के पदाधिकारियों पर दर्ज कथित फर्जी और राजनीतिक प्रेरित मामलों को निरस्त करने, तोमर परिवार को हुए मानसिक और आर्थिक नुकसान की भरपाई कराने तथा संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राज शेखावत के खिलाफ दर्ज FIR को रद्द करने की मांग शामिल की है। संगठन ने पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए एक स्वतंत्र जांच टीम गठित करने की भी आवश्यकता जताई है।

उधर, पुलिस प्रशासन का कहना है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है। राजधानी के संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है और महापंचायत को लेकर पुलिस पूरी तरह सतर्क है।