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सूदखोर महिलाओं को नहीं मिली जमानत… ब्याज के नाम पर वसूले थे 8 लाख रुपए, तंग आकर युवक ने लगाई थी फांसी

Telibandha Suicide Case : तेलीबांधा इलाके में युवक की खुदकुशी मामले की आरोपी सूदखोर महिलाओं की जमानत अर्जी न्यायालय ने खारिज कर दिया है।

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Telibandha Suicide Case : तेलीबांधा इलाके में युवक की खुदकुशी मामले की आरोपी सूदखोर महिलाओं की जमानत अर्जी न्यायालय ने खारिज कर दिया है। युवक के परिजनों ने आरोपी महिलाओं की अग्रिम जमानत का विरोध किया था। आरोपी महिलाओं की ब्याज वसूली तंग आकर तेलीबांधा निवासी नीरज कामरानी ने अपने घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। मृतक ने मौके पर सुसाइड नोट छोड़ा था।

इसमें सविता बजाज और कमला के कर्ज से परेशान होकर खुदकुशी करने का जिक्र किया था। सुसाइड नोट और लोगों के बयान के आधार पर तेलीबांधा पुलिस ने दोनों महिलाओं के खिलाफ खुदकुशी के लिए उकसाने का अपराध दर्ज किया है। उल्लेखनीय है कि आरोपी महिलाएं कर्ज के एवज में अधिक ब्याज वसूली करती थीं। ब्याज की दर 10 से 20 फीसदी तक होता था। नीरज और उसके परिजनों ने आरोपी महिलाओं से करीब डेढ़ लाख रुपए कर्ज लिया था, जिसके एवज में 8 लाख रुपए से ज्यादा चुका थे। इसके बाद भी उन्हें कर्ज से राहत नहीं मिली थी।

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अब तक नहीं हुई गिरफ्तारी

महिलाओं के खिलाफ तेलीबांधा पुलिस ने अपराध किया है, लेकिन अब तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। इस बीच आरोपी महिलाओं ने न्यायालय में अग्रिम जमानत के लिए आवेदन लगाया था। इसे न्यायालय ने खारिज कर दिया है। बताया जाता है कि अब आरोपी महिलाएं हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए आवेदन लगाने की तैयारी में है।

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राजधानी में बड़ा रैकेट

राजधानी में ब्याज का धंधा करने वालों का बड़ा रैकेट है। कर्ज देकर शासकीय दर के बजाय 10 से 20 परसेंट पर ब्याज वसूलते हैं। वसूली के लिए गुंडे-बदमाशों को लगाते हैं। मृतक नीरज के घर वालों ने भी कई बार ऐसे लोगों को घर भेजने का आरोप लगाया था। हिस्ट्रीशीटर रोहित सिंह तोमर भी ब्याज का धंधा करता था।