
Striking Shikshakarmis can declare agitation movement against CG Govt
रायपुर . छत्तीसगढ़ सरकार और शिक्षाकर्मियों के बीच रविवार को होने वाली बातचीत को लेकर संशय की स्थिति निर्मित हो गई है। पंचायत मंत्री अजय चंद्राकर की ओर से की गई बातचीत की पेशकश को शिक्षाकर्मियों ने खारिज कर दिया है। शिक्षक पंचायत नगरीय निकाय मोर्चा के संयोजक संजय शर्मा ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि जब तक सरकार उनके नेताओं को रिहा नहीं करती, तब तक सरकार के साथ कोई बातचीत नहीं की जाएगी।
सरकार ने शनिवार को गिरफ्तार किए आठ नेताओं को अब तक रिहा नहीं किया है। इनमें वीरेन्द्र दुबे, केदार जैन, पवन सिंह, तरूण चतुर्वेदी, मनोज सनाड्य, ओम प्रकाश बघेल, विक्रम सिंह धु्रव और ताराचंद जायसवाल शामिल हैं।
आज भी रेल, सड़क और बस पर कड़ी चौकसी
कल के आंदोलन से सबक लेते हुए रविवार को पुलिस प्रशासन ने रेल, सड़क और बस पर तगड़ी नजर रख रही है। रेलवे के सभी स्टेशनों में शिक्षकार्मियों को रोकने अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए गए हैं। बस स्टैण्डों पर भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
ईदगाह भाठा पहुंच मार्ग के चारों ओर बेरिकेट्स लगाकर बड़ी संख्या में पुलिस के जवानों को लगाया गया है। यही नहीं रायपुर रेलवे स्टेशन से निकलने वाले मार्गों पर भी पुलिस के जवान खड़े हैं। सरस्वती नगर थाने के पास दोपहिया वाहनों चालकों को रोक-रोककर पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने राजधानी में ऐसे 15 चेक पाइंट बनाएं हैं, जहां से राजधानी प्रवेश करने वाले हर लोगों पर नजर रखी जा रही है।
सुबह खाली रहा ईदगाह भाठा का मैदान
जिला प्रशासन ने भी रविवार को बूढ़ातालाब स्थित धरना स्थल और ईदगाह भाठा मैदान के 500 मीटर के दायरे में धारा 144लगा दी है। इस वजह से दोपहर 11.30 बजे तक ईदगाह भाठा मैदान लगभग खाली रहा।इससे पहले शनिवार को संविलियन और शासकीयकरण सहित नौ सूत्रीय मांगों को लेकर शिक्षाकर्मियों ने राजधानी में अधिकार रैली निकालने पहुंचे और अपनी सरकार को अपनी ताकत दिखाई।
Published on:
03 Dec 2017 01:31 pm
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