रेस्टोरेंट में पिता को दूसरी औरत के साथ देख बेटे का भड़का गुस्सा, पोती कालिख और… पुलिस के मुताबिक धरसींवा के सड्डू गांव का रहने वाला शंकर निषाद की पत्नी दो दिन पहले
तीज पर्व मनाने अपने मायके गई थी। शुक्रवार रात घर में शंकर और उसके तीन बेटे टिकेन्द्र, ऐश्वर्य और अनिरूद्ध थे। इसी बीच अचानक शंकर ने
पत्नी के चरित्र पर शक करते हुए गाली-गलौज शुरू कर दिया। इसके बाद चाकू निकाल लिया। उसने पहले टिकेन्द्र पर चाकू से हमला किया।
पहले दरिंदे ने नाबालिग को हवस का शिकार बनाया फिर थाने में महिला कांस्टेबल ने की गंदी हरकत इस हमले में टिकेन्द्र बच गया, लेकिन उसे हल्की चोटें आईं। उसने दरवाजे की दौड़ लगा दी। इसके बाद मुहल्ले वालों को बुलाया। शंकर से डरकर ऐश्वर्य भी भागने के लिए दरवाजे की ओर बढ़ा। शंकर ने उसे पकड़ लिया और चाकू से गर्दन पर वार कर दिया।
महिला को घर में अकेली देखकर पड़ोसी की बिगड़ी नीयत, बंधक बनाकर किया दुष्कर्म इस बीच मुहल्ले वाले पहुंच गए और बच्चों को सुरक्षित निकाला। लेकिन कुछ देर बाद शंकर ने खुद पर मिट्टी तेल छिड़क लिया और आग लगा ली। आग की लपटों में शंकर 70 फीसदी झुलस चुका था। गंभीर हालत में उसे अंबेडकर अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन कर रही है।