
राज्य सरकार ने बदला दीनदयाल के नाम से संचालित एक और योजना का नाम
रायपुर. राज्य सरकार के ग्रामोद्योग विभाग ने अपनी एक पुरस्कार योजना का नाम बदल दिया है। इसके साथ ही इसके नए नियम भी जारी किया है। विभाग ने सर्वश्रेष्ठ दीनदयाल हथकरघा प्रोत्साहन पुरस्कार योजना नियम 2012 का नाम बदल कर राजराजेश्वरी करुणा माता हथकरघा प्रोत्साहन पुरस्कार योजना नियम 2020 जारी किया है। विभाग ने इसके नियम राजपत्र में प्रकाशित कर दिया है।
ग्रामोद्योग विभाग के इस फैसले के बाद 15 साल बाद हुए सत्ता परिवर्तन का असर शासकीय योजनाओं पर भी दिखाई दे रहा है। ग्रामोद्योग विभाग से पहले नगरीय प्रशासन और श्रम विभाग की कुछ योजनाओं का नाम बदला गया है। खास बात यह है कि नगरीय प्रशासन विभाग ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के दिन उनके नाम से संचालित पांच योजनाआें का नाम बदल दिया था। उस दौरान इसे लेकर जमकर राजनीति हुई है। अब ग्रामोद्योग विभाग ने भी योजना का नाम बदलने के लिए संशोधित नियम जारी कर दिए हैं।
दो बुनकरों को मिलेगा पुरस्कार
इस पुरस्कार योजना के तहत सूती वस्त्र के हथकरघा कारीगरों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से दो लोगों को सम्मानित किया जाता है। इसमें एक-एक लाख रुपए नकद राशि, प्रतीक चिह्न और शाल-श्रीफल देकर सम्मानित किया जाता है। खास बात यह है कि इस योजना में कोसा वस्त्र बुनकरों की प्रविष्ठि मान्य नहीं की जाती है।
वर्ष 2012 में शुरू हुई योजना
राज्य सरकार ने 28 दिसम्बर 2012 को प्रदेश के सूती हथकरघा वस्त्र उद्योग को संरक्षण, बढ़ावा देने और हथकरघों पर वस्त्र उत्पादन की पारंपरिक कला संस्कृति की अनुपमा को अक्षुण्य बनाए रखने तथा कारीगरी को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से सर्वश्रेष्ठ दीनदयाल हथकरघा प्रोत्साहन पुरस्कार योजना नियम 2012 को बनाया था।
पहले इन योजनाओं से दीनदयाल का नाम हटाया
इससे पहले राज्य शासन ने दीनदयाल उपाध्याय स्वावलंबन योजना का नाम बदलकर राजीव गांधी स्वावलंबन योजना कर दिया है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय सर्वसमाज मांगलिक भवन योजना का नाम डॉ. भीमराव आंबेडकर सर्वसमाज मांगलिक भवन योजना, पंडित दीनदयाल उपाध्याय एलईडी पथ प्रकाश योजना का नाम इंदिरा प्रियदर्शिनी एलईडी पथ प्रकाश योजना, पंडित दीनदयाल उपाध्याय आजीविका केंद्र योजना का नाम राजीव गांधी आजीविका केंद्र योजना और पंडित दीनदयाल उपाध्याय शुद्ध पेयजल योजना का नाम इंदिरा प्रियदर्शिनी शुद्ध पेयजल योजना किया गया है। श्रम विभाग ने राजमाता विजयाराजे कन्या विवाह योजना का नाम बदलकर मिनीमाता कन्या विवाह योजना और पं. दीनदयाल उपाध्याय अन्न श्रम सहायता योजना का नाम शहीद वीर नारायण सिंह श्रम सहायता योजना कर दिया था।
Published on:
06 Sept 2020 06:52 pm
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