
सर्दियों की अपेक्षा गर्मियों में सूरज से निकलने वाली यूवी रेडिएशन तीन गुना बढ़ जाती है। इसलिए धूप में जाने पर अल्ट्रावायलेट किरणें हमारी आंखों को हानि पहुंचाती हंै। हमें सन ग्लासेस की जरूरत महसूस होने लगती है। कड़ी धूप में बिना चश्मे के बाहर जाने पर आंखों को परेशानी हो सकती है। आई एक्सपर्ट राकेश कामरान ने बताया कि धूप में सन ग्लासेज जरूर पहनंे ताकि आंखों में जलन और सिर दर्द जैसी परेशानियों से बचा जा सके। जरूरी नहीं कि सनग्लासेस महंगे ही हों। आजकल मीडियम रेंज के ग्लास मिल जाते हैं। मेरे हिसाब से फोटो सन ज्यादा बेहतर हैं। क्योंकि इसे आप सालभर पहन सकते हैं। धूम में ये काले रहते हैं और रात या कम रोशनी में क्लियर हो जाते हैं
जब भी आप मार्केट में सन ग्लासेस खरीदने की सोचंे तो प्लास्टिक फ्रेम का वाला ही चुने यह हानिकारक नहीं होते हैं। मेटल फ्रेम वाले सनग्लासेस से धूप रिफ्लेक्ट होकर वापस आती है जो हमारे चीक्स को नुकसान पहुंचाती है, जिससे हमारी त्वचा को नुकसान पहुंचाता है, प्लास्टिक फ्रेम वाले सनग्लासेस में एेसा नहीं होता इसलिए बड़े फ्रेम वाले सनग्लासेस ही चुनें।
ये सनग्लासेस मार्केट के साथ-साथ ऑनलाइन भी अवेलेबल हैं। इसके लिए अलग-अलग डिजाइन की फ्रेम भी उपलब्ध है, इन्हें आप अपने फेस के अकॉर्डिंग पहन सकते हंै। आजकल लेटेस्ट फ्रेम में केटआई, बटरफ्लाई, राउंड सेप और टी सेप की डिमांड मार्केट में सबसे ज्यादा बढ़ रही है।
Updated on:
12 Mar 2018 04:54 pm
Published on:
24 Feb 2018 12:10 pm
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