रायसेन. जिला मुख्यालय से चिकलोद जाने वाली सड़क प्रदेश सरकार के दो कद्दावर मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार और सुरेन्द्र पटवा के क्षेत्र से गुजरती है। लगभग 25 किमी लंबी इस सड़क की दुर्दशा लंबे समय से हो रही है। लेकिन बारिश के दिनों में हालत और अधिक खराब हो गई है। बारिश के चलते इस डामरीकृत सड़क से डामर तो पहले ही गायब हो चुका है।
अब गिट्टियां उखड़ कर बड़े-बड़े गड्ढे बन चुके हैं। हालांकि ग्रामीणजनों ने इस मामले की शिकायत क्षेत्र के दोनों जनप्रतिनिधियों सहित लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से कर चुके हैं। लेकिन नई सड़क का निर्माण तो दूर की बात इसकी मरम्मत भी नहीं कराई जा सकी है। जबकि इस सड़क से प्रशासनिक अधिकारियों का बाड़ी, बरेली, बिनेका, औबेदुल्लागंज जाना भी होता है। वहीं जिले से एक अन्य वरिष्ठ विधायक भी प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री हैं। इसके बाद भी 25 किमी लंबी सड़क का निर्माण नहीं हो सका है।
बिजली फीडर पेनगवां के मोड़ और पेनगवां से मानपुर परसौरा मार्ग मोड़, पेनगवां से सुल्तानपुर मोड़ पर, बर्रुखार के पुल के नजदीक, पैमत बरगद पेड़ मोड़ सहित चिकलोद तक पूरी सड़क गड्ढों से भरी पड़ी है। रतनपुर जोड़ से लेकर पेनगवां मोड़ तक छोटे-बड़े कई गहरे गड्ढे बन चुके हैं। इसके अलावा सड़क की साइडें धंस चुकी हैं। सड़क ध्ंासने से पानी जमा होने से गिट्टी डामर की परतें उखड़ गई हैं। इस कारण राहगीरों से लेकर वाहन चालकोंं को आवागमन में खासी परेशानी होने लगी है। कृषि उपज मंडी के उपाध्यक्ष राजेंद्र बाबू राय निवासी पेनगवां, अजब सिंह गौर परसौरा, पैमत निवासी सीताराम मेहरा, सचिव प्रहलाद गौर ने बताया कि लोनिवि के अधिकारियों को कई बार आवेदन देकर शिकायतें कर चुके हैं। यहां सड़क की रखरखाव करने के लिए पहले स्थायी लैबर मौजूद रहती थी। लेकिन लोनिवि के अधिकारियों ने यहां की लैबर को दूसरी जगह भेज दी है। इस वजह से भी साइडों के भराव रिपेयरिंग काम नहीं हो सका है।