जिस पर एसीबी ने शिकायत का सत्यापन किया गया। सत्यापन से मामला सही पाया जाने पर इस मामले में आरोपियों के विरूद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम केस दर्ज किया गया है। करवाई में आरोपियों के विरुद्ध महत्वपूर्ण सबूत जुटाए गए। साथ ही एसीबी द्वारा मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत आगे की कार्रवाई की जायेगी।