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राजगढ़

31 लाख के नकली नोटों के साथ पांच गिरफ्तार

एक साल से कर रहे थे काम, भोपाल में तीन करोड़ खपाने का मिला था ठेका

राजगढ़Oct 09, 2018 / 11:08 pm

Krishna singh

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नोटबंदी के साथ ही चलन में आए नए नोटों को लोग समझ पाते। इससे पहले ही नरसिंहगढ़, कुरावर और बबाई से जुड़े हुए कुछ लोगों ने करीब एक साल पहले नकली नोटों को बनाने का काम शुरू कर दिया। लगभग 40 लाख रुपए बाजार में खपा चुके आरोपियों को तीन करोड़ रुपए बनाने का ठेका भोपाल से मिला था। लेकिन इससे पहले ही जिले के भोजपुर थाने की पुलिस ने सभी पांच आरोपियों को प्रिंटर, कागज और हथियारों के साथ गिरफ्तार कर लिया। जिनके पास से प्रिंट हुए 31 लाख 12 हजार के नकली नोट भी जब्त कर लिए गए है। मामले को लेकर खुद आईजी जयदीपप्रसाद और एसपी सिमाला प्रसाद ने प्रेसवार्ता के माध्यम से पूरे मामले का खुलासा किया।
राजगढ़. सोमवार की शाम पुलिस को मुखबिर से सूचना लगी थी कि भोजपुर से कुछ लोग नकली नोट लेकर निकल रहे है। जिसको लेकर पुलिस ने गश्ती तेज की और एक कार सहित नासिर और रामबाबू मीणा व सुशील नाम के युवकों को डूंगरी जोड़ पर गिरफ्तार कर लिया। जिनमें दो हजार और पांच सौ के नकली नोट शामिल थे। एसपी सिमाला प्रसाद और एसडीओपी निशा रेड्डी के निर्देशों पर एक टीम बनाई गई। जिन्होंने पूरे प्रकरण की पूछताछ शुरू की। जिसमें आरोपियों ने बताया कि वे होशंगाबाद जिले के बाबई और कुरावर के पास एक गांव में नोट छापने का काम करते है और करीब एक साल से इस काम को कर रहे है। जिसमें इनके दो और साथी रईस और संतोष नोट छापने का काम करते थे। पुलिस ने दबिश देते हुए उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया। जबकि का एक विरेन्द्र पटेल नाम का व्यक्ति जो नकली नोटों को बाजार में सप्लाई करता था। वह गिरफ्त से बाहर है।
नरसिंहगढ़ से भागा हुआ नासिर है सरगना
नकली नोट से जुड़े काम में नासिर को गिरफ्तार किया गया है। बताया जाता है कि नासिर पर पहले भी कई प्रकरण दर्ज है। जिसके कारण वह नरसिंहगढ़ छोड़कर बाबई में रहने लगा था। जहां इसकी पहचान बाबई निवासी सुशील विश्वकर्मा से हुई। यही नहीं रामबाबू मीणा निवासी कुरावर और रईस और संतोष के साथ मिलकर इन्होंने इस काम को शुरू किया।
कौन है जिसने तीन करोड़ के नकली नोट बनाने का दिया ठेका
पुलिस की माने तो आरोपियों ने बताया कि वे एक साल से इस काम को कर रहे है और उन्हें तीन करोड़ रुपए बनाने का काम भोपाल से दिया गया था। यह कौन है आरोपी पुलिस को बता चुके है। लेकिन आगामी कार्रवाई को लेकर उनके नाम बताने से बचती रही। सवाल उठता है कि इतनी बड़ी मात्रा में नकली नोट बनाने का काम किसने दिया था और पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी क्यों नहीं की।
कहीं राजनैतिक चाल तो नहीं
विधानसभा चुनाव आने को है और कई प्रत्याशी चुनाव में धन बल से भी चुनाव को जीतने का प्रयास करते है। कही इसी कड़ी में इतनी बड़ी मात्रा में इन नोटों को बनाकर राजगढ़ के आसपास खपाने का काम न हो रहा हो।
एसपी को कुछ सुराग लगे थे। जिसके बाद उन्होंने इस बड़ी सफलता को पाया और नकली नोट बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया। आरोपियों के पास से दो देशी कट्टे, लेपटॉप, प्रिंटर, कटिंग मशीन, पेपर और एक कार जब्त की है।
-जयदीपप्रसाद, आईजी भोपाल रेंज
मुखबिर की सूचना पर भोजपुर के पास स्थित डूंगरी जोड़ से कार को जब्त किया। पूछताछ में कई और नाम सामने आए। जिनमें में से कुछ की गिरफ्तारी हो गई है और कुछ की होना है।
-सिमालाप्रसाद, एसपी राजगढ़

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