हालांकि रेलवे ने टिकट भले ही सामान्य कर दिए हों, लेकिन अधिकतर लोकल गाड़ियों में भी एक्सप्रेस का किराया लिया जा रहा है। करीब 15 से 50 रुपए तक बढ़ाकर प्रति टिकट पर लिए जा रहे हैं। जिसका सीधा बोझ यात्रियों की जेब पर पड़ रहा है। उल्लेखनीय है कि रेलवे में इन दिनों और खासकर बीते गर्मी के सीजन में काफी भीड़ रही। बड़ी संख्या में यात्रियों ने सफर किया। लगभग लंबी दूरी की सभी गाड़ियों में पूरे तीन माह लंबा वेटिंग रहा। इनमें से अधिकतर वेटिंग क्लीयर भी नहीं हो पाया। बता दें कि जनरल टिकिट के साथ ही ट्रेनों में पेंट्री कार और कंबल, तकिया इत्यादि भी थर्ड, सेकंड और फर्स्ट एसी में अब मिलने लगेगा।
5 ट्रेनों में पहले ही शुरू हो चुका था जनरल टिकट
कुछ दिन पहले ब्यावरा से गुजरने वाली कोटा-इंदौर सुपरफॉस्ट, बीना-नागदा पैसेंजर, ग्वालियर-इंदौर इंटरसिटी, झांसी-बांद्रा और ग्वालियर-डोंड स्पेशल ट्रेन में जनरल टिकिट मिलने लग गए थे। वहीं, साबरमती एक्सप्रेस, इंदौर-चंडीगढ़ एक्सप्रेस, इंदौर-अमृतसर एक्सप्रेस, इंदौर-देहरादून और उज्जैन देहरादून एक्सप्रेस, ओखा-गौरखपुर, सूरत-मुज्जफरपुर और सूरत-सुबेदारगंज एक्सप्रेस गाड़ी में अब एक जुलाई स ेजनरल टिकिट मिलने लगेगा।
एक जुलाई से सुविधा
120 दिन का समय 30 जून और एक जुलाई के आस-पास पूरा हो रहा है। ऐसे में अब जुलाई माह से सभी गाड़ियों में जनरल टिकिट पहले की तरह मिलने लगेंगे।-सुबेदार सिंह, सीनियर पीआरओ, पमरे, भोपाल