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Mobile Food Testing Lab : पहिए ही थम गए तो कैसे लेंगे खाद्य पदार्थो के नमूने…पढ़े पूरा मामला

सीएमएचओ में तीन दिन से खड़ी वैन, ड्राइवर का बजट नहीं होने के बढ़ी परेशानी
ब्यावर और राजसमंद की गांव और ढाणी में लिए जाते हैं खाद्य पदार्थो के सेम्पल

राजसमंदJun 10, 2024 / 11:33 am

himanshu dhawal

सीएमएचओ ऑफिस के बाहर खड़ी मोबाइल फूड सेफ्टी वैन

राजसमंद. प्रदेश में एक और सरकार शुद्ध के लिए युद्ध अभियान को लेकर गंभीर है, वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ महकमा इसे लेकर सजग नजर नहीं आ रहा है। इसका आलम यह है कि सरकार की ओर से उपलब्ध कराई गई लाखों की फूड सैफ्टी ऑन व्हील बजट के अभाव में पिछले कई दिनों से सीएमएचओ ऑफिस में खड़ी हुई है। इसके कारण इसका समुचित लाभ जनता को भी नहीं मिल पा रहा है। राज्य सरकार ने शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब (एमएफटीएल) 21 अगस्त 2023 को उपलब्ध कराई गई। सरकार की मंशा थी कि बाजारों में बिकने वाले मिलावटी सामान की बिक्री को रोका जाए। इसमें कोई भी उपभोक्ता नि:शुल्क अपने खाद्य पदार्थ, दूध, मावा आदि की जांच करवा सकते हैं। जांच में सेम्पल फेल होने पर कार्रवाई का भी प्रावधान है, लेकिन स्थिति यह है कि 4-5 दिन से उक्त मोबाइल वैन राजसमंद के चिकित्सा एवं स्वस्थाय विभाग परिसर में खड़ी हैं। विभाग के पास ड्राइवर का बजट नहीं होने के कारण इसका संचालन नहीं किया जा रहा है। इसके लिए मुख्यालय से स्वीकृति मांगी गई है, लेकिन अभी तक स्वीकृति नहीं मिलने के कारण सिर्फ शोपीस बनकर रह गई है।
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राजसमंद-ब्यावर में चलती है 15-15 दिन

मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब (फूड सेफ्टी ऑन व्हील) का संचालन 15 दिन राजसमंद और 15 दिन ब्यावर जिले में किया जाता है। यह गांव-ढाणी में जाकर खाद्य पदार्थो के सेम्पल लेकर मौके पर ही जांच करती है। वर्तमान में राजसमंद में इसका संचालन किया जाना है, लेकिन ड्राइवर के अभाव में यह सीएमएचओ कार्यालय में खड़ी है।

5 माह में लिए 344 लिए सेम्पल

मोबाइल फूड सेफ्टी वैन के माध्यम से एक जनवरी से 31 मई तक 344 खाद्य पदार्थो के सेम्पल लिए गए। उक्त वैन में एलटी और डाइवर चलता है। लैब-टेक्निशियन सेम्पलों की जांच करता है। इसमें मुख्य बात यह है कि इसमें से अब तक लिए गए सेम्पलों में से एक भी सेम्पल अमानक नहीं पाया गया है। आमजन खाद्य पदार्थो की जांच करवा सकते हैं।

बजट मिलते ही शुरू हो जाएगी वैन

मोबाइल फूड सेफ्टी वैन के लिए ड्राइवर के लिए मुख्यालय से बजट मांगा गया है, वहां से बजट मिलते ही संचालन फिर से शुरू हो जाएगा। अन्य जिलों में भी यह समस्या आ रही है।
  • अशोक कुमार यादव, खाद्य सुरक्षा अधिकारी सीएमएचओ राजसमंद

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