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रोबोट बनाना सीखेंगे राजसमंद के विद्यार्थी

राजसमंद पॉलीटैक्निक कॉलेज में रोबोटिक्स और साइबर सिक्यूरिटी एंड फॉरेंसिक साइंस ब्रांज खुलीदोनों विषयों में 30-30 सीटें

राजसमंदJul 04, 2020 / 06:42 pm

Aswani

रोबोट बनाना सीखेंगे राजसमंद के विद्यार्थी

रोबोट बनाना सीखेंगे राजसमंद के विद्यार्थी

राजसमंद. जिले के विद्यार्थी रोबोट बनाना सीख सकते हैं। जिले के राजकीय पॉलीटैक्निक कॉलेज में इसी सत्र से दो नए विषयों इलेक्ट्रोनिक रोबोटिक्स और साइबर फॉरेसिंक एडं इंफॉर्मेशन साइंस की ब्रांच खुली है। जिसके तहत दसवीं, बारहवीं के छात्र आवेदन कर तीन वर्ष का डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं। नए दोनों ही ब्रांजों में ३०-३० सीटें निर्धारित की गई हैं। हालांकि इसमें दाखिला मैरिट के आधार पर मिलेगा।
कॉलेज के प्राचार्य डीएन चौहान ने बताया कि राजकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय राजसमंद में अभी अत्याधुनिक इंजीनियरिंग ब्रांच में रोबोटिक्स और साइबर सिक्यूरिटी एंड फॉरेंसिक साइंस खुली है। इससे गरीब विद्यार्थियों को आगे बढऩे का मौका मिलेगा, क्योंकि कोर्स इस कॉलेज में होगा, इसी कोर्स को कराने के लिए निजी महाविद्यालयों में ४५ से ५० हजार रुपए लेते हैं। जबकि निजी कॉलेजों में यहां की जैसी सुविधाएं नहीं है। क्योंकि इस कॉलेज में लगे व्याख्याता राज्य लोक सेवा आयोग से चुनकर आते है। राज्य सरकार का प्रयास हैं कि निर्धन वर्ग भी इन सभी सुविधाओं का लाभ उठा पाए और तकनीकी शिक्षित बने। इसी लिए नाम मात्र का राजकीय शुल्क जो कि छात्रवृति के रूप में योग्य विद्यार्थियों को वापस देय है में प्रवेश दिला रहे हैं।

महिला और आरक्षित वर्ग को नहीं पड़ेगी ट्यूशन फीस
दोनों ही विषयों में सभी वर्गों की महिला, एससी, एसटी और ओबीसी की छात्र-छात्राओं को ट्यूशन फीस नहीं पड़ेगी यानि उसे सिर्फ अन्य खर्च ही देना होगा। खर्च की गई राशि भी विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति के जरिए वापस मिल जाएगी। वहीं सामान्य वर्ग के छात्रों का खर्च करीब १२ हजार रुपए आएगा। इन छात्रों के अभिभावकों की भी अगर वार्षिक आय ढाई लाख रुपए से कम होगी तो उन्हे भी छात्रवृत्ति के जरिए राशि वापस मिल जाएगी।

तीन वर्ष का डिप्लोमा कोर्स
दोनों ही विषयों में तीन वर्ष का डिप्लोमा कोर्सहै। यदि विद्यार्थी सीधे दसवीं से इसमें प्रवेश लेता है तो उसे तीन वर्ष की पढ़ाई पढऩी होगी जबकि यदि उसने आईटीआई कर रखी है या १२वीं गणित और विज्ञान की है तो उसे डिप्लोमा के द्वितीय वर्ष में सीधे दाखिला मिलेगा।

दोनों विषयों में तीस-तीस सीटें
रोबोटिक्स और साइबर सिक्यूरिटी एंड फॉरेंसिक साइंस में इसी वर्ष से कक्षाओं का संचालन शुरू किया जाएगा। आवेदनों का चयन मैरिट लिस्ट के जरिए किया जाएग।

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