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राणाजी आंखों की पट्टी जल्दी खोलो…इन नारों से गूंजी नाथद्वारा नगरपालिका, क्या है मामला आप भी जाने

वर्ष 2019 में नाथद्वारा नगर पालिका की सत्ता पर काबिज हुए कांग्रेस के बोर्ड के अब चंद दिन शेष रहे हैं। अपनी समस्याओं को लेकर पालिका कार्यालय के बाहर बैठ सत्ता पक्ष ने धरना दिया

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Nathdwara Ward member

नाथद्वारा. वर्ष 2019 में नाथद्वारा नगर पालिका की सत्ता पर काबिज हुए कांग्रेस के बोर्ड के अब चंद दिन शेष रहे हैं। अपनी समस्याओं को लेकर पालिका कार्यालय के बाहर बैठ सत्ता पक्ष ने धरना दिया एवं विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की। बाद में पालिका आयुक्त ने मौके पर पहुंचकर सत्ता पक्ष के लोगों से बात की। कांग्रेसनीत पालिका बोर्ड के पार्षदों ने सुबह पालिका कार्यालय पर पहुंच तालाबंदी करते हुए बाहर ही धरने पर बैठ गए। इस दौरान उन्होंने विरोध प्रदर्शन करते हुए विधायक मेवाड़ और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।

धरने पर पार्षद व कांग्रेस के नगर अध्यक्ष दिनेश जोशी ने बताया कि पांच-छह महीने से पालिका अध्यक्ष शहर की सड़कों एवं वार्डाें की व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए प्रयास कर रहे हैं, लेकिन सरकार ने 6 करोड़ का टेंडर निरस्त कर दिया। इसके बाद दूसरा व तीसरा टेंडर भी निरस्त कर दिया गया। उन्होंने कहा कि हम तो भाजपा के वार्ड में भी विकास कराने की कार्यवाही कर रहे हैं, परंतु इसमें नेतागिरी की जा रही है। उन्होंने भाजपा नगर अध्यक्ष पर भी कार्य नहीं कराने का आरोप लगाते हुए विधायक को भी आड़े हाथों लेेते हुए कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने एक पैसा नहीं भिजवाया।

उधर, सत्ताधारी बोर्ड की ओर से पालिका ईओ को पत्र देकर शहर के विकास को लेकर जो कार्य कराने हैं, उनका टेण्डर जारी करने एवं बोर्ड की बैठक बुलाने की भी मांग की गई । धरने की सूचना के बाद मौके पर पहुंचें पालिका आयुक्त एसके जिंदल ने बताया कि टेंडर में तकनीकी गलती के कारण उसको पुन: कराने की कार्यवाही की जाएगी। वहीं, बोर्ड मीटिंग का एमएलए को पत्र भिजवा दिया गया है। ऐसे में उनके निर्देशाें के अनुसार आगे की कार्यवाही की जाएगी।

इधर विरोध प्रदर्शन को लेकर पालिका बोर्ड में विपक्षी नेता व भाजपा नगर अध्यक्ष प्रदीप काबरा ने बताया कि शहर के विकास में कोई विरोधी नहीं है ,परंतु व्यक्तिगत विकास के विरोधी हैं। उन्होंने बताया कि प्रशासनिक अधिकारी ने पालिका अध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिनकी जांच किए बिना टेंडर जारी नहीं किए जा सकते। ऐसे में मामले की जांच होनी चाहिए।

इसी माह खत्म हो बोर्ड का कार्यकाल

नगर पालिका बोर्ड के चुनाव वर्ष 2019 में 16 नवंबर को हए थे, जिनके परिणाम 19 नवंबर को आए थे। पालिका के 40 वार्डों में से कांग्रेस को 29, भाजपा को 10 एवं एक पार्षद निर्दलीय जीता था। इसके बाद पार्षदों ने शपथ ली एवं वहीं पालिका बोर्ड के लिए अध्यक्ष का चुनाव 26 नवंबर 2019 को हुआ था। ऐेसे में वर्तमान बोर्ड का कार्यकाल खत्म होने में कुछ दिन ही शेष बचे हैं। वहीं इनमें भी छुटि्टयां निकाल दें तो चंद दिनों बाद ही पाालिका बोर्ड का कार्यकल समाप्त हो जाएगा। ऐसे में कांग्रेस नीत पालिका बोर्ड के द्वारा जाते-जाते विरोध प्रदर्शन करना शहर में चर्चा का विषय बन गया है।