
राजसमंद. शहर में सफाई व्यवस्था चरमराने लगी है। मुख्य मार्गो पर झाडू नियमित रूप से लग रही है, लेकिन कचरा पात्र समय पर खाली नहीं हो रहे हैं, वहीं घर-घर कचरा संग्रहण भी नियमित रूप से नहीं हो रहा है। नए ठेकेदार को टेण्डर देने के लिए रेट अप्रूवल की फाइल पिछले एक माह से मुख्यालय में अटकी हुई है। इसके कारण स्थिति विकट होने लगी है। नगर परिषद क्षेत्र में अक्टूबर 2023 में प्रतापगढ़ की सृजन सेवा संस्थान को घर-घर कचरा संग्रहण करने के लिए तीन साल के लिए ठेका दिया गया था। नगर परिषद की ओर से संस्थान को 1250 रुपए प्रति टन कचरे के हिसाब से भुगतान किया जा रहा है। संबंधित फर्म के काम से संतुष्ठ नहीं होने पर नगर परिषद ने संबंधित फर्म के ठेके को निरस्त कर नए ठेकेदार के लिए निविंदा आमंत्रित की। इसमें चार फर्म ने भाग लिया। इसकी जांच पड़ताल के बाद एक जयपुर की फर्म को टेण्डर किया गया है। उसकी रेट अप्रूवल के लिए नगर परिषद ने मार्च माह की शुरुआत में फाइल को मुख्यालय भेजा। इसके बावजूद अभी तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं होने के कारण नए ठेकेदार को वर्कऑर्डर भी नहीं दिया जा रहा है, वहीं वर्तमान में काम कर रही फर्म के कार्मिकों की अनदेखी के कारण न तो समय पर कचरा पात्र खाली हो रहे हैं और न ही नियमित रूप से घरों से कचरा संग्रहण का कार्य किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि नगर परिषद की साधारण सभा में शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर हंगामा हुआ था। इसके बाद टेण्डर प्रक्रिया प्रारंभ की।
नगर परिषद क्षेत्र से निकलने वाले कचरे को गुर्जरों के गुढ़ा स्थित ट्रेचिंग ग्राउण्ड में भेजा जाता है। वहां पर कचरे का निस्तारण किया जाता था, लेकिन संबंधित फर्म के भी कई माह से काम नहीं करने और वीजीएफ का भुगतान नहीं होने के कारण नगर परिषद ने फर्म को ब्लैक लिस्टेड कर दिया। नए टेण्डर की तैयारी की जा रही है। उक्त कचरे से आरडीएफ और कम्पोस्ट तैयार किया जाता था, लेकिन वह भी पिछले एक साल से बंद पड़ा है।
शहर के मुख्य मार्गो पर सफाई व्यस्था तो ठीक है, लेकिन अंदुरुनी हिस्सों की स्थिति खराब होती जा रही है। वि_ल विलास के पास रखा कचरा पात्र पिछले कई दिनों से खाली नहीं हुआ है। इसके कारण पूरा कचरा नाली में भर गया है। इसी प्रकार शांति कॉलोनी मंदिर के पास भी यही स्थिति देखने को मिली। रोड पर कचरा फैला हुआ है। यही स्थिति अंदुरुनी क्षेत्रों में देखने को मिल जाएगी।
घर-घर कचरा संग्रहण करने के लिए नया टेण्डर किया गया है। इसकी रेट का अनुमोदन (अप्रूवल) के लिए मुख्यालय भेज रखी है। वहां से स्वीकृति मिलने पर वर्क ऑर्डर दिया जाएगा। उक्त कार्य के लिए एक अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी है। इस पर जल्द निर्णय होने की उम्मीद है।
Published on:
17 Apr 2025 10:52 am
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