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Abdullah Azam सीतापुर जेल से रिहा, रामपुर पहुंंचते छलका दर्द, बोले- आतंकियों से भी बदतर बर्ताव करते थे

Abdullah Azam : सांसद आजम खान (Azam Khan) के बेटे अब्दुल्ला आजम खान जेल से बाहर आ गए हैं। रिहाई के बाद रामपुर पहुंचे अब्दुल्ला आजम खान ने जेल प्रशासन और सरकार पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि सीतापुर जेल (Sitapur Jail) प्रशासन आतंकियों से भी बुरा सलूक करता है। आज भी एक बेगुनाह बीमार आदमी सलाखों के पीछे है।

रामपुरJan 16, 2022 / 09:54 am

lokesh verma

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Abdullah Azam : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (UP Elections 2022) से पहले सांसद आजम खान (Azam Khan) के बेटे अब्दुल्ला आजम खान जेल से बाहर आ गए हैं। इससे अब रामपुर में भी कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा। अब्दुल्ला आजम खान (Abdullah Azam Khan) करीब 23 महीने बाद सीतापुर जेल (Sitapur Jail) से रिहा होकर रामपुर (Rampur) पहुंचे हैं। बता दें कि उनके खिलाफ 43 मुकदमे दर्ज थे, जिनमें उन्हें जमानत मिल गई है। रिहाई के बाद रामपुर पहुंचे अब्दुल्ला आजम खान ने जेल प्रशासन और सरकार पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि जेल प्रशासन आतंकियों से भी बुरा सलूक करता है। वहीं, पिता आजम खान के रिहा नहीं होने को लेकर उन्होंने कहा कि मेरे वालिद के खिलाफ फर्जी केस दर्ज किए गए। आज भी एक बेगुनाह बीमार आदमी सलाखों के पीछे है। आज भी उनके मामले में रुकावट डाली जा रही है, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि अदालत परिवार को इंसाफ देगी। उन्होंने कहा कि 10 मार्च को उत्पीड़क का तख्तापलट हो जाएगा।
जेल से रिहा होने के बाद रामपुर पहुंच अब्दुल्ला आजम ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वहां हमसे आतंकियों से भी बुरा बर्ताव किया जाता था। उन्होंने कहा कि पुलिस सिर्फ रामपुर वालों की हड्डियां तोड़ने के साथ भैंस-बकरी चोरी के मामलों में लोगों को जेल भेजने के लिए है। उन्होंने बताया कि 8 बाई 10 की कोठरी में महज 2 फुट का टॉयलेट था। आज भी उनके वालिद 8 बाई 8 की तन्हाई बैरक में बंद हैं। वह भी एक ऐसे केस में, जिसमें सात लोग एंटीसिपेटरी बेल पर बाहर हैं। सिर्फ मेरे वालिद जेल में बंद हैं। अब्दुल्ला आजम खान ने बताया कि कोविड प्रोटोकॉल के नाम पर भी उनका शोषण किया जाता था। जेल प्रशासन परिवार वालों से भी मिलने नहीं देता था।
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सभी 43 मुकदमों में मिली जमानत

बता दें कि सांसद आजम खान रामपुर शहर सीट से 9 बार विधायक का चुनाव जीते हैं। उनकी पत्नी डॉ. तजीन फातिमा निवर्तमान शहर विधायक हैं। आजम खान का प्रभाव ही था कि उन्होंने 2017 में बेटे अब्दुल्ला आजम खान को स्वार विधानसभा से चुनाव जिताया था। लेकिन, अब्दुल्ला आजम खान की उम्र को लेकर उठे विवाद के बाद हाईकोर्ट ने विधायकी रद्द कर दी थी। इसके बाद अब्दुल्ला आजम खान पर एक के बाद एक 45 मुकदमे दर्ज किए गए। हालांकि दो मुकदमों में नामजदी झूठी पाए जाने पर 43 मुकदमे ही रह गए। अब इन सभी मुकदमों में अब्दुल्ला आजम खान को जमानत रिहा कर दिया गया है।
26 फरवरी 2020 को आजम खान ने पत्नी डॉ. तजीन फातिमा और अब्दुल्ला आजम खान के साथ कोर्ट में सरेंडर किया था, जिसके बाद तीनों को जेल भेज दिया गया था। विधायक डॉ. तजीन फातिमा फिलहाल जमानत पर बाहर हैं। जबकि अब्दुल्ला आजम खान 23 महीने बाद जमानत पर रिहा किए गए हैं। वहीं, सांसद आजम खान सीतापुर की जेल में ही बंद हैं। बता दें कि अब्दुल्ला आजम खान को सभी मुकदमों में पहले ही जमानत मिल गई थी, लेकिन आजम खान की तबीयत खराब रहने के चलते वह जेल में ही थे। अब विधानसभा चुनाव के चलते वह जेल से बाहर आ गए हैं।
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