यह भी पढ़ें- भाजपा को तगड़ा झटका, इस बड़े वर्ग ने किया गठबंधन प्रत्याशी चौधरी अजीत सिंह के समर्थन का ऐलान भाजपा प्रत्याशी जया प्रदा ने एक प्रेस कांफ्रेंस कर आजम खान-अमर सिंह और खुद की लड़ाई से पर्दा उठाते हुए कहा कि आजम खान 2004 में मुझे रामपुर लेकर आए थे। क्या उनको नहीं पता था कि मैं मुंबई की रहने वाली एक कलाकार हूं। कला मेरे लिए भगवान है। आजम खान खुद को मेरा भाई कहते थे और उसके बाद मुझे नाचने वाली बुलाते हैं। वह किस तरह के भाई हैं। इस दौरान उन्होंने अमर सिंह का धन्यवाद करते हुए कहा कि मेरे ऊपर अत्याचार हुए। मुझे बदनाम किया गया। जब मैंने आजम खान को राखी भेजी तो राखी वापस हो गई। कोई भाई बहनों के साथ इस तरह का अभद्र व्यवहार कैसे कर सकता है।
यह भी पढ़ें- बीजेपी के खिलाफ शिकायत, माहौल खराब करने का आरोप उन्होंने आजम खान पर आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे सांसद रहते हुए जनता के काम कराने की फाइल भी वह गायब करा लेते थे। एक दबंग के रूप में उन्होंने दबंगई दिखाते हुए मेरे तमाम जनहित के कार्यों की फाइलें गायब भी करवाई। इस तरह जो कुछ काम होने थे, उन्होंने नहीं होने दिए। जया प्रदा ने कहा कि यह सब आजम खान इसलिए करवाते थे, ताकि मैं यहां से परेशान और दुखी होकर मुंबई चली जाऊं। जया प्रदा बोली मैं भी जिद्दी हूं। मुझे यहां ठहरने के लिए जगह नहीं मिलती थी तो मैं मुरादाबाद चली जाती थी। रात गुजारने के बाद फिर दिन में वापस यहां आकर रामपुर की जनता का काम करती थी। जयप्रदा ने बताया कि झगड़ा इसलिए शुरू हुआ है कि मैं विकास करना चाहती थी, लेकिन दबंग साहब अपने लोगों को ठेका करवाना चाहते थे।
यह भी पढ़ें- कभी मुलायम की पार्टी में इनकी बोलती थी तूती, आज हैं नरेन्द्र मोदी की फैन, देखें वीडियो वहीं जयाप्रदा ने अमर सिंह को लेकर साफ कर दिया कि वही एक शख्स हैं, जिन्होंने मेरा बुरे वक्त में बड़ा साथ दिया था। उस वक्त न तो मुलायम सिंह मेरी मदद करते थे और ना ही खुद अखिलेश। कभी भी अखिलेश ने मुझे फोन करके नहीं पूछा कि आप कैसी हैं। हमारे देश में महिलाओं के लिए तमाम तरह की बातें होती हैं, लेकिन उस वक्त मैं एक महिला होकर तमाम दर्द झेल रही थी। उस दौरान मेरी कोई सुनने वाला नहीं था। इकलौते अमर सिंह ने ही मेरी बातों को सुना और मुंहतोड़ जवाब भी दिया। जयाप्रदा ने कहा भाई भाई बोलने वाला अखिलेश उस जंगलराज में मुझसे पूछने वाला नहीं था कि मैं किस हाल में यहां रह रही हूं।