हो गया निर्णय, इस दिन से चलेगी ट्रेन, यह रहेगा तरीका पैदल चलने वाले राजू देवड़ा, कमजी आदि ने बताया कि लॉकडाउन के बाद से रतलाम के शिवनगर क्षेत्र के करीब 22 श्रमिक व उनके परिजन जम्मू में फंस गए है। सभी टायर फेक्ट्री में कार्य करते है। कुछ दिन तक तो फेक्ट्री के मालिक ने भोजन आदि की व्यवस्था की, इसके बाद समाजसेवियों के भरोसे छोड़ दिया गया। इसके बाद परेशानी बढ़ गई।
एक मई से चलेगी ट्रेन, इन स्टेशन पर होगा ठहराव IMAGE CREDIT: gopal khemuka पंजीयन के बाद भी राहत नहीं राजू देवड़ा ने बताया कि उन्होंने 5 मई को श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन के लिए पंजीयन करवाया था। सभी का पंजीयन हो गया व जम्मू रेलवे स्टेशन पहुंच गए थे। वहां जाने पर बताया गया कि प्रत्येक यात्री के तीन तीन हजार रुपए लगेंगे, इसके बाद वापस आ गए। इसके बाद रतलाम में क्षेत्र की पार्षद भावना पैमाल के पति हितेश पैमाल से संपर्क साधा गया, पंजीयन में उन्होंने कुछ मदद हो सकें यह प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिल पाई।
मानसून के पहले ही शुरू हो जाएगी भारी बारीश विजयनगर में रोका शाम को
शाम तक करीब 22 किमी चलने के बाद सभी मजदूरों को विजयनगर में रोक दिया गया। यहां पर समाजसेवी संगठनों ने इनके भोजन की मदद की है। कमजी के अनुसार थोड़ा थोड़ा चलकर रतलाम पहुंचने का प्रयास किया जाएगा। जितना होगा चलेंगे, क्योंकि साथ में छोटे बच्चे भी है।
शाम तक करीब 22 किमी चलने के बाद सभी मजदूरों को विजयनगर में रोक दिया गया। यहां पर समाजसेवी संगठनों ने इनके भोजन की मदद की है। कमजी के अनुसार थोड़ा थोड़ा चलकर रतलाम पहुंचने का प्रयास किया जाएगा। जितना होगा चलेंगे, क्योंकि साथ में छोटे बच्चे भी है।
VIDEO इंदौर से रेलवे कर रहा श्रमिक ट्रेन चलाने की तैयारी जितनी संभव मदद का प्रयास जितना संभव है मदद का प्रयास कर रहे है। विजयनगर में सभी श्रमिकों को फिलहाल रुकवाया गया है व भोजन की व्यवस्था करवाई है। जो संभव होगा, मदद का प्रयास कर रहे है।
– हितेश पैमाल, कांगे्रस नेता, गांधीनगर मध्यप्रदेश के रतलाम में 12 घंटे में 13 मौत, पांच को कोरोना संदिग्ध माना लॉकडाउन – 3.0 : आसान नहीं है मजदूरों के लिए श्रमिक ट्रेन में यात्रा