सीताराम ने बताया कि उसने एयू बैंक से टेंट हाउस के लिए 12 लाख रुपए का लोन स्वीकृत कराया था। लोन की राशि सेन्ट्रल बैंक में अपने खाते मे ट्रांसफर कराने के बाद सोमवार को बैंक से नो लाख रुपए निकाले। इनमें दो हजार व पांच सौ के नोट के बंडल थे। चोरी की बड़ी घटना की सूचना मिलने पर पुलिस उपनिरीक्षक पंकज राजपूत, सहायक उपनिरीक्षक आरसी लक्षकार व जवान मौके पर पहुंचे। पुलिस अधिकारियों व जवानों ने आसपास की दुकानों पर लगे सीसीटीवी फुटेज देखे है। अज्ञात बदमाशों की पहचान और उन्हें तलाशने के प्रयास किए जा रहे है। मौके पर एसडीओपी शाबेरा अंसारी भी पहुंची और मौका मुआयना किया।
इसी तरह की वारदातें अप्रेल और जून माह में हो चुकी है। 22 अपे्रल को कन्याशाला के पास से ही कोई अज्ञात बदमाश खारीवाल ब्रदर्स जावरा के डिलेवरी वाहन से डेढ़ लाख रुपए चुरा ले गया। 22 जून को जगदेवगंज में किराना सामान लेते समय झारबर्डिया के हुकमसिंह की बाइक पर टंगी दो लाख रुपए से भरी थैली अज्ञात बदमाश उठा ले गए थे। ये वारदातें होने के बाद भी लोग सतर्क नहीं होकर लापरवाही कर रहे हैं।
इसके बाद 27 अप्रैल को दिनदहाड़े सुनील वर्मा एडवोकेट के नया बाजार स्थित सूने मकान से साढ़े छह लाख रुपए के आभूषण, नकदी आदि चुरा ले गए। 4 मई को शंकर मंदिर मार्ग पर स्थित लक्ष्मीनारायण बैरागी के सूने मकान से सोने के आभूषण सहित 65 हजार रुपए नकदी अज्ञात चोर रात्रि में चुरा गए। 5 जनवरी को दिनदहाड़े रानीपुरा निवासी मंडी व्यापारी लोकेश झंडी के घर पर देशी कट्टा अडाकर दो बदमाश करीब चार लाख रुपये लूट गये है। पुलिस इनमें से एक भी वारदात का आज तक खुलासा नहीं कर पाई है।