5 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर धमकाने वालों पर केस दर्ज

Narendra Modi, Letest Hindi News : मध्यप्रदेश के रतलाम जिले में एक फरियादी को पीएम कार्यालय से रिश्ते के नाम पर दी गई है। मिनी मुंबई के नाम से प्रसिद्ध व्यापारिक राजधानी इंदौर के एक अपराधी के परिवार ने रतलाम में धमकी देने का मामला सामने आया है।

3 min read
Google source verification

रतलाम

image

kamal jadhav

Sep 13, 2019

रतलाम। एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपराध व अपराधी दूर रहने की बात करते हैं वहीं दूसरी तरफ पीएम मोदी के नाम से मध्यप्रदेश के रतलाम जिले में एक फरियादी को पीएम कार्यालय से रिश्ते के नाम पर दी गई है। मिनी मुंबई के नाम से प्रसिद्ध व्यापारिक राजधानी इंदौर के एक अपराधी के परिवार ने रतलाम में धमकी देने का मामला सामने आया है।

जावरा रोड से चोरी गए मटेरियल डक्ट पाइप के बंडल चोरी के मामले में गुरुवार को नया मोड़ आ गया। बंडल चुराकर बेचने वाले आरोपियों की निशानदेही पर इंदौर के जिस व्यापारी मोहित संचेती को पाइप खरीदने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है उसके पिता पवन संचेती ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में अपनी रिश्तेदारी का दम देकर फरियादी वीरेंद्र चौधरी के भाई आनंद चौधरी को जान से मारने की धमकी दे डाली। यही नहीं फोन लगाकर मामले को खत्म करने के लिए समझौता करने के लिए भी दबाव बनाया। फरियादी के भाई के आवेदन पर औद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस ने आरोपी मोहित संचेती के पिता पवन संचेती पर भी 506, 507 और 195ए में प्रकरण दर्ज कर लिया है। गौरतलब है कि पाइप बंडल चोरी के मामले में पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी औद्योगिक क्षेत्र पुलिस थाने में पदस्थ रहे और जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर जितेंद्र पाल सिंह जादौन को उनकी संदिग्ध भूमिका के चलते सस्पेंड कर चुके हैं।

अब एक और घटनाक्रम
फरियादी वीरेद्र चौधरी के भाई आनंद चौधरी ने औद्योगिक क्षेत्र पुलिस को दिए आवेदन में बताया कि वह भाई के साथ ठेकेदारी का काम करता है। रिलायंस जियो के पाइप बिछाने की ठेकेदारी इस समय कर रहे हैं। पाइप चोरी की रिपोर्ट के बाद पुलिस ने सक्रियता से गैंग का पर्दाफाश किया है। मास्टर माइंड मोहित संचेती इसमें गिरफ्तार हुआ है। इसकी जानकारी लेने में पिछली ७ सितंबर को पुलिस थाने गया था। यहीं पर वरुण नामक व्यक्ति का फोन आया और वह इसी मामले में मिलना चाह रहा था। आनंद ने बताया कि उसने सोचा हो सकता है वह चोरी के मामले में मददगार हो। कुछ देर बाद वरुण औद्योगिक क्षेत्र पुलिस थाने आया। उसके साथ एक अन्य व्यक्ति था जिसका नाम वरुण ने पवन संचेती बताते हुए परिचय किया कि वह मोहित के पिता हैं। उनसे मिलने पर पवन संचेती ने कहा कि मोहित के ससुर पीएमओ में पदस्थ हैं और उनकी बहुत ऊंचे तक पहुंच है। बातचीत के दौरान पवन ने तीन-चार बार पीएमओ का नाम लेकर धमकाने जैसे अंदाज में बात की। साथ ही कहा कि विदेश से भी लगातार दबाव आ रहा है कि मामले को रफादफा करो। मोहित इस मामले में उलझ गया तो बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ेगा।

पीएमओ में मोहित के ससुर हैं

इन बातों से आनंद डर गया और वहां से चला गया। दूसरे दिन मोहित गिरफ्तार हो गया और उसने अपना जुर्म कबूल भी कर लिया। मैं थाने पर गया तो पीएमओ कार्यालय का नाम लेकर कुछ लोग चर्चा कर रहे थे। मैं उस समय घर चला गया। तभी दो अलग-अलग नंबरों से मेरे मोबाइल फोन पर मिस्ड काल आए। मैंने ट्र्ू कॉलर पर देखा तो पवन संचेती नामक व्यक्ति का फोन था। मैंने उन्हें लगाकर पूछा कि क्यों लगाया तो उधर पवन संचेती नामक व्यक्ति ने कहा पीएमओ में मोहित के ससुर हैं और वह मामले को निपटाने के लिए दबाव बना रहे हैं। साथ ही उसने कहा कि मामला निपटा दे और भाई वीरेंद्र द्वारा लिखाई गई रिपोर्ट में राजीनामा कर लो वरना ठीक नहीं होगा। इस धमकी से आनंद भयभीत हो गया और पूरा वाकया पुलिस को लिखित में बताया। इस पर औद्योगिक क्षेत्र पुलिस थाने के प्रभारी शिवमंगलसिंह सेंगर ने आरोपी पवन संचेती के खिलाफ धारा ५०६, ५०७ और १९८ए में मुकदमा दर्ज कर लिया है।

इंदौर का व्यापारी मास्टर माइंड
रिलायंस जियो कंपनी की के लिए पाइप बिछाने की ठेकेदारी करने वाले वीरेंद्र चौधरी ने जुलाई माह में औद्योगिक क्षेत्र थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि अजमेरा स्टील के पास से मटेरियल डक्ट पाइप के नौ बंडल चोरी हो गए हैं। पुलिस ने प्रकरण दर्ज करके जांच शुरू की थी। मामले में रोचक मोड़ उस समय आया था जब जांच अधिकारी की मिलीभगत आरोपियों के साथ सामने आने पर पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी ने सब इंस्पेक्टर जितेंद्र पाल सिंह जादौन को सस्पेंड कर दिया और जांच के लिए एसआईटी गठित की थी। एसआईटी ने आरोपियों के साथ इन पाइप को खरीदने वाले इंदौर के व्यापारी और इस वारदात के मास्टरमाइंड मोहित संचेती समेत कुछ और लोगों को गिरफ्तार किया था। सभी इस समय जेल में हैं। इन्होंने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया है।