शहर में गहराते पेयजल संकट के समाधान की उम्मीद बंधी है। नगर निगम ने धोलावाड़ स्थित नए इंटकवेल पर एक हजार किलोवॉट की क्षमता का नया ट्रांसफॉर्मर लगाया है। बता दे कि गत दिनों शहर विधायक चेतन्य काश्यप ने पेयजल संकट के समाधान को लेकर निगम के पेयजल से जुड़े अधिकारियों की बैठक लेकर समाधान की योजना बनाने को कहा था।
समीक्षा में किया गया निर्णय नगर निगम आयुक्त सोमनाथ झारिया ने बताया कि शहर की पेयजल व्यवस्था के संबंध में विधायक काश्यप ने नगर निगम जलप्रदाय विभाग की विगत दिनों की समीक्षा के दौरान यह पाया गया कि धोलावाड़ न्यू इंटकवेल पर 750 केवीए क्षमता का ट्रांसफार्मर लगा है जो कम क्षमता का है। जिससे सभी टरबाईन नहीं चल पाते थे। इसके बाद इसकी क्षमता बढ़ाने को कहा गया था। अब जो नया ट्रांसफॉर्मर लगाया गया है इससे तीनो टरबाईन चलेगे। जिससे पेयजल सप्लाय में वृद्धि होगी। इससे आने वाले दिनों में शहरवासियों को पेयजल की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। नया ट्रांसफार्मर लगाने का कार्य सुबह 9 बजे से शुरू किया गया। इसे मोरवानी से ट्रांसफार्मर धोलावाड़ न्यू इंटकवेल ले जाया गया। न्यू इंटकवेल से पुराना ट्रांसफार्मर हटाने के कार्य की शुरुआत हुई। शाम को 6.30 बजे नया ट्रांसफार्मर लगाने का कार्य शुरू हुआ जो रात्री 8.30 बजे पूरा हुआ। इसके बाद रात दो बजे तक आयुक्त झारिया सहित अन्य अधिकारी धोलवाड़ में ही रुककर निरीक्षण करते रहे।
बढ़ गया पेयजल शहर को मिलना शहर में गर्मी के दौरान जरुरत पांच एमएलडी पेयजल की है। धोलवाड़ में नगर निगम ने सोमवार को जो एक हजार किलोवाट का नया ट्रांसफॉमर लगाया है, उसके बाद मंगलवार तक तीन टरबाईन पंप चलना शुरू हो गए। इससे जरुरत के पांच एमएलडी पानी के मुकाबले चार एमएलडी पानी मिलना शुरू हो गया है। बता दे कि गर्मी में पेयजल की मांग बढ़ गई थी, इससे अधिक पानी की जरुरत को देखते हुए ही नया एक हजार केवी का ट्रांसफॉर्मर लगाया गया है।