बदलाव से अधिक लाभ
रेलवे के आला अधिकारियों के अनुसार ईटावा माताजी – धराड़ – नौगांवा के रास्ते अब जो नई रेल लाइन डाली जाएगी वो मोरवानी तक रहेगी। इससे मोरवानी के रास्ते ट्रेन को सीधे कोंकण रेलवे, मुंबई सेंट्रल, वसई – पनवेल के रास्ते दक्षिण भारत से लेकर विभिन्न फोर्ट भेजा जा सकेगा। इसके लिए रेलवे ने सर्वे कार्य से लेकर पूरी योजना बना ली है। जो जरूरी नक्शे से लेकर होने वाले व्यय की जानकारी भी पूरी योजना में दी गई है।
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करीब 50 करोड़ का व्यय
रेलवे के आला अधिकारियों के अनुसार 31 किमी लंबी रेल लाइन पर भूमि अधिग्रहण के अलावा सिर्फ रेल लाइन डालने पर ही करीब 50 करोड़ रुपए का व्यय आएगा। इसके अलावा सिग्नल सहित अन्य कार्यो पर व्यय अलग रहेगा। बायपास रेल लाइन को भूमि अधिग्रहण करने के बाद आगामी तीन वर्षो में पूरा करने की योजना है। इस योजना के पूरे होने से एक अतिरिक्त रेलवे स्टेशन की सौगात तो मिलेगी ही इसके साथ – साथ एक नया रेल मार्ग रतलाम को मिलेगा।
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हमारा प्रयास जल्दी हो कार्य
हमारा प्रयास है कि भूमि अधिग्रहण सहित अन्य कार्य जल्दी से हो। इससे मंडल सहित रेलवे को बड़ा लाभ होगा। रेलवे के निर्माण विभाग ने इसके लिए जरूरी सर्वेक्षण कार्य पूरा कर लिया है।
– विनीत गुप्ता, मंडल रेल प्रबंधक
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