गर्व कर रहा है पूरा गांव
इससे पहले शहीद दीपक के पार्थिव शरीर के पहुंचने से पहले गांव में देशभक्ति की अलग ही तस्वीर दिखी। पूरा गांव शोक में डूबा हुआ है लेकिन दीपक की शहादत पर गर्व कर रहा है। शहीद के अंतिम दर्शन के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा है और पूरे गांव में भारत माता की जय और शहीद दीपक अमर रहे के नारे गूंज रहे हैं।
शहीद दीपक के स्वागत की तैयारी
शहीद दीपक के पार्थिव शरीर के इंतजार में पूरा गांव रास्ते पर निगाह टिकाए बैठा है हर किसी को इंतजार है शहीद दीपक के इंतजार में सैकड़ों लोग सड़क के किनारे खड़े हुए हैं। शहीद दीपक अमर रहे के नाम से जगह जगह पोस्टर लगाए गए हैं। देशभक्ति गीतों और शहीद दीपक अमर रहे की गूंज उठ रही है।
बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सभी कर रहे इंतजार
शहीद दीपक के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए हर वर्ग के लोग उनके घर पहुंचे हैं। मनगवां से लेकर शहीद दीपक के गांव फरेंदा तक जगह जगह स्टॉल लगे हुए हैं, शहीद दीपक की तस्वीर लगी हुई है और हाथों में तिरंगा लिए बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग सभी शहीद की पार्थिव देह का इंतजार कर रहे हैं।
हर तरफ एक ही गूंज
मैं जला हुआ मैं जला हुआ राख नहीं, अमर दीप हूं, जो मिट गया वतन पर, मैं तो शहीद हूं। ये लाइन सभी की जुबान पर है और हर कोई बड़ी शान से दीपक की शहादत पर इन्हें दोहरा रहा है। भारत माता की जय के नारे भी गूंज रहे हैं।
अंतिम दर्शन के लिए करते रहे इंतजार
भारत-चीन सीमा पर लद्दाख की गालवन घाटी में चीन सैनिकों से लोहा लेते हुए शहीद हुए दीपक के शव को लेह में रखा गया था और फिर वहां से दिल्ली और प्रयागराज होते हुए उनके पैतृक गांव लाया जा रहा है।