
Broken bone gets added by eating herbs found here
बीना. ब्लॉक के कठाई गांव को देशभर में हड्डी की दवा के लिए जाना जाता है। जहां पर रोजाना दर्जनों लोग दवा लेने के लिए आते हंै, यहां की दवा खाने के बाद टूटी हड्डी जुड़ जाती है। शहर से महज दस किलोमीटर दूर कठाई गांव में श्रीराम जानकी, हनुमान मंदिर पर हड्डी जोडऩे की दवा दी जाती है। यह जड़ीबूटी वाली दवा एक बार खाने के बाद हड्डी जुड़ जाती है। इस छोटे से गांव में देश के कोने-कोने से लोग दवा लेने के लिए आते हैं। मुलायम लोधी ने बताया कि ऐसी मान्यता है कि मंदिर के पंडा का कई वर्ष पहले खेती करते समय हल टूट गया था, जिसके बाद पंडा ने वह हल एक कमरे में रख दिया था, जहां पर जड़ीबूटी रखी थी। दूसरे दिन जब हल उठाया तो टूटा हल जुड़ा हुआ निकला। इसके बाद से वह जड़ीबूटी गुड़ में मिलाकर लोगों को दी जाने लगी, जिसे खाने के बाद मरीज की टूटी हुई हड्डी सही हो जाती है। इस जड़ीबूटी को देने वाले परिवार की कई पीढिय़ों से दवा देते आ रहे हैं।
बड़ी-बड़ी अस्पताल के डॉक्टर को भी आते हैं दवा लेने
इंदौर की एक प्रसिद्ध अस्पताल के डॉक्टर भी यहां पर दवा लेने के लिए पहुंचे, उन्होंने बताया कि दवा का असर भी होता है, लेकिन इस जड़ीबूटी से भी लोग ठीक होते हैं। इसलिए वह दवा लेने के लिए आए। दवा खाकर ठीक होने वालों की संख्या लाखों में है, जिससे इसकी प्रसिद्धी देश के कई शहरों तक लोगों को पता है।
Published on:
08 Nov 2020 10:38 am
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