
मुद्रा लोन ( Mudra Loan ) के नाम पर सीधे, सच्चे लोगों से ठगी ( Cyber Fraud ) करने वालों ने एक और नया तरीका खोज निकाला है। साइबर पुलिस ( Cyber Police ) की तमाम सख्तियों के बावजूद मध्य प्रदेश में जलसाजी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इसकी ताजा बानगी देखने को मिली सागर जिले के बीना शहर में, जहां ठगी करने वालों ने शहरभर के सैकड़ों स्थानों पर 24 घंटे में 50 हजार से 10 लाख रुपए तक का मुद्रा लोन स्वीकृत कराने के पर्चे ( poster ) लगा दिए हैं। शातिर बदमाशों ने उस पर अपना नंबर भी लिख रखा है। जबकि मुद्रा लोन की हकीकत ये है कि स्व-रोजगार ( Self Employement ) शुरू करने के लिए जरूरतमंद युवा महीनों से बैंकों के चक्कर लगा रहे हैं, बावजूद इसके उन्हें लोन ( Loan Amount ) नहीं मिल पा रहा है। ऐसे ही जरूरतमंद लोगों से ठगी करने के लिए इस तरह के तरीके अपनाए जा रहे हैं।
पर्चे की सच्चाई जानने के लिए पत्रिका के रिपोर्टर ने इस नंबर पर फोन किया और 2 मिनट 20 सेकंड की चर्चा में, जो बात सामने आई वह हैरान करने वाली थी। फोन पर चर्चा करने वाला खुद को एसबीआइ का न सिर्फ बड़ा अधिकारी बता रहा था, बल्कि सचिवालय भोपाल से 24 घंटे में लोन स्वीकृत कराने का दावा कर रहा था। इसके लिए वह ग्राहक से आधार कार्ड, वोटर आइडी, बैंक पासबुक, फोटो और 2250 रुपए प्रोसेङ्क्षसग फीस मांग रहा था। पत्रिका ने जब ग्राहक बनकर उससे मिलने की इच्छा जाहिर की तो उसका कहना था कि हमारे पास मुद्रा लोन का काम ज्यादा है, हम मिल नहीं सकते। हमारे पास जरूरी दस्तावेज भेजो हम 24 घंटे में खाते में लोन की राशि ट्रांसफर कर देंगे।
1- पत्रिका रिपोर्टर का सवाल : हमारे बीना शहर में मुद्रा लोन कराने के लिए पंपलेट लगे हैं, जिसमें आपका नंबर है। मुझे एक लाख का लोन कराना है, ऋया प्रोसिस है?
जालसाज का जवाब : हां, पर्चे लगे हैं, हम 24 घंटे में मुद्रा लोन स्वीकृत करते हैं। इसके लिए आधार कार्ड, वोटर आइडी, बैंक पासबुक, फोटो चाहिए, जो वॉट्सऐप पर भेज दो।
2- पत्रिका रिपोर्टर का सवाल : लोन कराने के लिए कुछ शुल्क देना पड़ेगा ऋया ?
जालसाज का जवाब : हमारे यहां सिर्फ प्रोसेसिंग फीस 2250 रुपए देनें होंगे। दस्तावेज और शुल्क भेज दो हम 24 घंटे में राशि खाते में क्रेडिट हो जाएगी।
3- पत्रिका रिपोर्टर का सवाल : आप बैंक से बोल रहे हैं या किसी फाइनेंस कंपनी से ?
जालसाज का जवाब : हम सरकारी बैंक से बोल रहे हैं और बैंक से लोन कराते हैं। मैं एसबीआई से बोल रहा हूं।
4- पत्रिका रिपोर्टर का सवाल : सर मैं सोच रहा था आपसे एक बार ऑफिस आकर मिल लूं, आपका ऑफिस कहा हैं ?
जालसाज का जवाब : हमारा कोई ऑफिस नहीं है, हम सचिवालय में बैठते हैं, यहीं से लोन कराते हैं, आपको आवश्यकता हो तो हमें दस्तावेज भेज दो।
दो अलग-अलग बैंक के मैनेजर से बात करने पर उन्होंने बताया कि मुद्रा लोन के लिए विधिवत रूप से आवेदन किया जाता है। कई प्रकार के दस्तावेज की आवश्यकता इसमें पड़ती है। लोन लेने का उद्देश्य व उसके इनकम के सोर्स देखे जाते हैं। आइडी कार्ड, बैंक पासबुक के आधार पर लोन संभव नहीं है, जिसने भी यह पर्चे लगाए हैं वह फर्जी हैं।
इधर, बीना थानाप्रभारी, विजय राजपूत का कहना है कि हमारे पास इसे लेकर अबतक कोई शिकायत नहीं आई है, फिर भी हम कैमरों की मदद से पता करते हैं कि पर्चे किसने लगवाए हैं। फुटेज में जो व्यक्ति पर्चे लगाते हुए दिखेगा उससे पूछताछ की जाएगी।
Published on:
24 May 2024 08:39 am
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