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जरूरतमंदों के बने हमदर्द, महिलाओं को बांटे कंबल

जाड़े में न ठिठुरता रहे कोई, इसलिए गर्म कपड़े देकर करें मदद

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सागर

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Reshu Jain

Nov 09, 2017

humdard campaign

humdard campaign in sagar

सागर. शहर में एेसे अनेक लोग हैं जो ठंड में खुले आसमान के नीचे रात गुजारने के लिए मजबूर हैं। ठंड से बचने के लिए न तो इनके पास रजाई होती है न ही कंबल व अन्य गर्म कपड़े। एेसे ही लोगों की मदद करने के लिए पत्रिका ने आओ बनें हमदर्द-आओ खुशियां बांटे अभियान शुरू किया है। इस अभियान से जुड़कर भाजपा नेता शैलेष केशरवानी ने भूतेश्वर मंदिर के बाहर बेसहारा गरीब महिलाओं को कंबल बांटे। इस मौके पर मंदिर के पुजारी मनोज तिवारी, मुकेश साहू, मुकेश तिवारी अभिषेक केशरवानी, समीर ठाकुर, राजकुमार मिश्रा, घनश्याम सिंह ठाकुर, पं. राजेश, चतुर्भुज पांडे मौजूद थे।

पांच साल बाद मिले गर्म कपड़े
5 साल से मंदिर के बाहर बैठकर भिक्षा मांगकर गुजर-बसर कर रही इंद्राणी ठंड के दिनों में ठिठुरती रहती हैं। उसने बताया कि ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े नहीं हैं। अब कंबल मिला है, जो सर्दी में उसका सहारा बनेगा। उन्हें जब बताया गया कि यह पत्रिका अखबार द्वारा सामाजिक सरोकार के तहत जरूरतमंदों की मदद की खाातिर यह किया जा रहा है तो उन्होंने पत्रिका के इस कदम की सराहना की और पत्रिका को धन्यवाद दिया।

अब इस ठंड में नहीं होगी ठिठुरन
80 साल की भगवतीबाई कंबल मिलने से खुश है। परिवार में उसकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है। उसने कहा कि अब एेसा लग रहा है कि जैसे परिवार से कोई चिंता करने वाला यहां आ गया है।

बांटने से मिलती हैं खुशियां
जरूरतमंदों को उनकी आवश्यकता के अनुसार कोई वस्तु देते हैं तो उन्हें खुशी होती ही है। देने वाले को भी आत्मसंतोष मिलता है। दान से बढ़कर कोई श्रेष्ठ कार्य नहीं है। पत्रिका के इस अभियान में जरूरतमंद बच्चे, बुजुर्ग, महिलाओं को गर्म कपड़े बांटे जा रहे हैं। यदि आप भी एेसे लोगों को कंबल, स्वेटर, मोजे, शॉल, रजाई आदि गर्म कपड़े देकर मदद करना चाहते हैं तो इस अभियान में शामिल हो सकते हैं। इसके लिए पत्रिका ऑफिस में संपर्क कर सकते हैं।