वहीं तीन दिन चलाकर फिर बंद की बिलासपुर-भोपाल पैसेंजर रद्द
सागर•Oct 22, 2018 / 09:02 pm•
anuj hazari
MEMU engine fails near Salamatpur station, hundreds of passengers get disturbed
बीना/मंडीबामोरा. कई दिनों से यात्री सागर की ओर जाने के लिए तो परेशान थे ही कि दूसरी ओर सोमवार को भोपाल से बीना के बीच चलने वाली मेमू ट्रेन का दूसरे फेरे में दीवानगंज-सलामतपुर स्टेशन के बीच इंजन फेल हो गया जिस बजह से सैकड़ों यात्री परेशान होते रहे, लेकिन वह अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच सके। दोपहर तीन बजे भोपाल से बीना के बीच चलने वाली मेमू ट्रेन एक्सप्रेस बनकर चलती है जो केवल बड़े स्टेशनों पर रुकती है, लेकिन ठीक दूसरी ओर बीना से भोपाल शाम साढ़े पांच बजे जाने वाली मेमू ट्रेन पैसेंजर रहती है जो सभी छोटे स्टेशनों पर खड़ी होती है, लेकिन बीना तक ट्रेन नहीं पहुंच पाने के कारण वह वापस भोपाल नहीं जा सकी। जिससे लोग स्टेशन पर ही ट्रेन आने का इंतजार करते रहे।
मंडीबामोरा से रोजाना करते हैं कई लोग करते हैं यात्रा
मंडीबामोरा से रोजाना सैकड़ों लोग यात्रा करते हैं जो इसी ट्रेन के भरोसे रहते हैं। कल्हार सहित अन्य जगहों से कई लोग काम करने के लिए भी आते हैं जो शाम को इसी ट्रेन से काम करके वापस जाते हैं, लेकिन सोमवार को अचानक ट्रेन के कैंसिल हो जाने से सैकड़ों लोग मुसीबत में फंस गए जो निजी वाहन व बस के सहारे ज्यादा रुपए खर्च करके घर पहुंच सके।
अन्य ट्रेनें भी हैं रद्द
त्योहार पर यात्रियों को सहूलियत देकर रेलवे ने उन्हें फिर से परेशानी में डाल दिया है। जिसके बाद फिर से लोगों को परेशानियों के बीच यात्रा करनी पड़ रही है, लेकिन रेलवे के आलाधिकारियों को यह सब दिखने के बाद भी नींद नहीं खुल रही है जिसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है। लेकिन सवाल यह उठता है कि जब किसी भी प्रकार का काम रेलवे द्वारा कराया जाता है तो उसमेें यात्रियों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था क्यों नहीं की जाती है। रेलवे ने इस महीने के लिए बीना से कटनी के बीच एक पैसेंजर के भरोसे यात्रियों को यात्रा करने के लिए छोड़ दिया है। जिस बजह से लोगों को ठसाठस भरी ट्रेन से गंतव्य तक जाना पड़ रहा है। सुबह से बीना-कटनी, बिलासपुर-भोपाल से रद्द होने के बाद से लोगों की मुसीबत बढ़ गई है जो यात्रा कैसे करें इसके लिए परेशान होते फिरते हैं।
हो गया था इंजन फेल
दीवानगंज-सलामतपुर स्टेशन के बीच में मेमू ट्रेन का इंजन फेल हो गया था जिस बजह से बीना नहीं आ सकी। इंजन फेल होने से ट्रेन के शाम के दोनों फेरे निरस्त रहे।
सुशील पांडे, डीसीआई, बीना