आधा जुलाई माह बीतने के बाद भी बारिश न के बराबर
सागर•Jul 17, 2019 / 08:39 pm•
sachendra tiwari
So far only 189 mm of rain, crops is drying
बीना. एक बार हुई तेज बारिश के बाद पिछले कई दिनों से बारिश नहीं हो रही है। बारिश न होने के कारण किसानों की चिंता बढ़ गई है और जिन किसानों के पास सिंचाई के साधन थे उन्होंने सिंचाई भी शुरू कर दी है। यदि वह सिंचाई नहीं करेंगे तो फसलें सूख जाएंगी।
इस वर्ष 17 जुलाई तक सिर्फ 189.4 एमएम बारिश दर्ज की गई है। बारिश कम होने के कारण शहर से निकली मोतीचूर नदी अभी भी खाली पड़ी है। साथ ही सोयाबीन, उड़द सहित अन्य फसलें मुरझाने लगी हैं। किसानों ने फसलों को बचाने के लिए सिंचाई शुरू कर दी है, लेकिन बारिश कम होने के कारण जलास्रोतों का जलस्तर भी नहीं बढ़ा है, जिससे सभी किसान सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। बारिश में हो रही देरी के कारण अब किसानों की चिंता बढ़ रही है और वह जल्द अच्छी बारिश होने की उम्मीद लगाए बैठे हैं। गौरतलब है कि इस वर्ष देरी से बारिश होने के कारण कई किसान बोवनी नहीं कर पाए हैं और जिन किसानों ने बोवनी कर दी है वह परेशान हैं। क्षेत्र में करीब 45 हजार हेक्टेयर में खरीफ फसल की बोवनी हुई है।
2017 में हो गई थी 330 एमएम बारिश
पिछले वर्षों के वर्षा के आंकड़ों में 17 जुलाई 2017 तक 330 एमएम बारिश हो गई थी। इसके बाद 2018 में 17 जुलाई तक 187.2 एमएम और 2019 में अभी तक 189.4 एमएम हुई है। दो वर्षों से जुलाई के आधे माह में कम बारिश हो रही है।