1. तकनीकी खामियों ने बढ़ाए हादसे-
फोरलेन हाइवे पर रानीपुरा से लेकर बहेरिया होते हुए बम्होरी चौराहे के बीच सबसे ज्यादा हादसे होते हैं। इनमें अधिकांश हादसों की वजह हाइवे के निर्माण के दौरान बरती गई तकनीकी खामी बनती है। रानीपुरा पर सर्विस लेन सीधे हाइवे पर जुडऩे से वाहन सीधे तेज रफ्तार वाहनों के बीच पहुंच जाते हैं तो दूसरी और बहेरिया में कई किलोमीटर के बीच हाइवे पर कई जगह डिवाइडर खोदकर क्रॉसिंग बना दी गई है। जिससे अंधेरे में बाइक या कार झाडिय़ों के बीच से लेन बदलने के दौरान दूसरे वाहनों की चपेट में आ जाती हैं।
2. हाइवे की विपरीत लेन पर सीधा जोड़ –
बम्होरी चौराहे से करीब 500 मीटर दूर मकरोनिया से आने वाली सर्विस लेन हाइवे पर नरसिंहपुर से आने वाले वाहनों की लेन पर जुड़ती है। जबकि मुख्य सड़क सीधे हाइवे पर जुड़ती है और यहां भी विपरीत लेन के लिए सर्विस लेन बना दी गई है। इससे मकरोनिया की ओर से रहली और नरसिंहपुर की ओर जाने वाले वाहन हाइवे क्रॉस करने की जगह करीब 500 मीटर दूरी विपरीत लेन में तय करते हैं। जिससे अंधेरे में अकसर वाहन आमने-सामने भिड़ जाते हैं। वहीं
3. घाट ने बम्होरी चौराहे को बनाया ब्लैक स्पॉट –
विश्वविद्यालय से होकर रहली और नरसिंहपुर जाने वाले वाहन बम्होरी चौराहे पर हाइवे की लेन को क्रॉस करते हैं। यहां क्रॉसिंग पर भी तकनीकी खामियां हैं। रहली रोड को हाइवे पर जिस जगह जोड़ा गया है वहां घाट है। ऐसे में रहली की ओर से आने वाले वाहनों तेज रफ्तार के साथ हाइवे पर पहुंचते हैं और इसी वजह से नरसिंहपुर की ओर जाने वाले वाहनों से टकरा जाते हैं।
4. तकनीकी सुधार के लिए लिखी चिट्ठी –
गलत सर्विस लेन और घाट के कारण 500 मीटर हिस्से में बम्होरी चौराहे पर बने ब्लैक स्पॉट पर तकनीकी खामी को सुधारने के लिए ट्रैफिक पुलिस द्वारा नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों को पत्र लिखे गए हैं। इसके साथ ही डीएसपी संजय खरे द्वारा पिछले दिनों हुई सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में भी हाइवे के इस हिस्से में तकनीकी खामी दूर करने और जरूरी सुधार किए जाने की अनुशंसा की है।
5. हर साल हो रही 10 से ज्यादा मौत-
बम्होरी चौराहे पर ब्लैक स्पॉट क्षेत्र में हर साल 10 से ज्यादा वाहन चालक हादसे की चपेट में आकर मौत का शिकार हो रहे हैं। अप्रैल माह में बन्नाद स्थित खेत से लौट रहे सेवानिवृत्त लिपिक को अज्ञात वाहन चौराहे पर रौंदकर गुजर गया था। तो इस घटना से चंद दिन पहले सागर से गौरझामर जा रहे बाइक सवार भांजे और मामी को ट्रक ने कुचल दिया था। इस तरह के हादसे लगभग हर महीने में यहां हो रहे हैं।