
The canceled Bilaspur passenger train came suddenly
सागर. मालढुलाई के कारण बीना से कटनी, झांसी और गुना रूट पर रद्द की गई पैसेंजर गाडि़यों को 29 और 30 सितंबर को रद्द करने की सूचना जारी कर दी गई। लेकिन सूचना के बाद अचानक से रद्द की गई बिलासपुर-भोपाल पैसेंजर अचानक आ गई।
इसकी सूचना रेलवे स्टेशन प्रबंधन को भी नहीं दी गई। रद्द होने की सूचना के कारण इस ट्रेन से सफर करने वाले कई मुसाफिरों से अपनी यात्रा ही रद्द कर दी। यही कारण रहा कि दोपहर 1 बजे आने वाली बिलासपुर पैसेंजर के लिए यात्रियों से भरा रहने वाला प्लेटफार्म रविवार को पूरी तरह से खाली रहा। प्रतिदिन इस ट्रेन की जहां १ हजार से अधिक जनरल टिकट बिकती थी, रविवार को ३ सौ से ज्यादा नहीं बिकी। टिकट विंडो खाली रही। रेल प्रशासन ने ट्रेन के आने की सूचना ही स्टेशन प्रबंधकों को नहीं दी। २९ से गाडि़यां रद्द होने की सूचना भी जबलपुर रेल मण्डल द्वारा देर रात जारी की गई थी। जिससे २९ सितंबर को कई यात्री स्टेशन पहुंच गए थे।
रद्द करनी पड़ी यात्रा
रेलवे द्वारा कोल सप्लाई के लिए सागर से गुजरने वाली ३ गाडि़यों को कैंसिल किया था। लेकिन ३० सितंबर को गाडि़यों का परिचालन सामान्य कर दिया गया गया। ट्रेन के कैंसिलेशन के कारण छोटे स्टेशन के यात्रियों को बस मार्ग से अपने गंतव्य तक जाना पड़ा। सागर के पुरव्याऊ निवासी बृजेश ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ ३० सितंबर को बिलासपुर जाने वाला था, लेकिन ट्रेन के कैंसिल होने की सूचना के बाद उसने यात्रा स्थगित कर दी। जबकि रविवार को उसके परिचित ने सागर में ट्रेन आने की बात बताई। शनिवार को भी कुछ यात्री ट्रेनें रद्द की गई थीं और कुछ के समय में फेरबदल किया था।
अब अंडर ब्रिज के कारण अटक सकता है तीसरी लाइन का काम
सागर. पश्चिम मध्य रेलवे द्वारा कटनी-सागर थर्ड लाइन का कार्य अब केवल ३ किलोमीटर तक बचा है। इसके काम में सबसे ज्यादा परेशानी और शहरी क्षेत्र में आ रही है। वहीं अप्सरा टॉकीज के पास बन रहे एक और अंडर ब्रिज का काम भी अटक गया है। यह काम एक अक्टूबर से शुरू हो जाना था। वहीं दूसरी ओर अन्य जगह पर अप्रोच रोड से लेकर ड्राइ एरिया व रेलवे फाटक आदि का काम तेजी से किया जा रहा है। इसमें २४ नंबर गेट के पास भी बारिश के समय नाले से बहने वाले पानी और नया हाइट गेज स्थापित करने सहित अन्य काम किए जा रहे हैं। तीसरी लाइन का काम करने वाले विभाग को २४ नंबर गेट पर ट्रैक चौड़ीकरण करना था, जिसे उन्होंने कर दिया। अब वहीं पर एक और अंडर ब्रिज और बनाया जाना है, जिसे इंजीनियरिंग विभाग वालों को बनाना है। इस अंडर ब्रिज का काम बारिश खत्म होते ही शुरू हो जाना था। इंजीनियरिंग विभाग द्वारा ढाई करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले इस अंडर ब्रिज का स्टीमेट आदि तैयार तो कर लिया गया है। और टेंडर भी जारी कर दिया गया है, लेकिन अब ठेकेदार का अता-पता ही नहीं है।
23 नंबर फाटक पर तेजी से चल रहा काम
इसी काम के तहत राहतगढ़ रेलवे फाटक पर आरसीसी पाइप युक्त नाला बनाया जाना जा रहा है। इस कार्य के लिए राहतगढ़ बस स्टैंड
पर स्थित रेलवे फाटक को 27 सितंबर से 3 अक्टूबर तक 5 दिनों के लिए बंद रखा गया है। वर्तमान में यहां पर तेज गति से काम चल रहा है।
Published on:
01 Oct 2018 09:46 am
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