विपरीत परिस्थियों में खुद संभाला मोर्चा सागर. पुलिस महानिरीक्षक सागर रेंज प्रमोद वर्मा व उप पुलिस महानिरीक्षक सुनील कुमार जैन का पूरा कार्यकाल यादगार रहा। आमतौर पर फील्ड पर एसपी या जिला पुलिस बल पहुंचता है, लेकिन आइजी, डीआइजी रैंक के दोनों अधिकारियों ने कई बार विपरीत परिस्थितियों में फील्ड पर उतरकर खुद मोर्चा संभाला। […]
विपरीत परिस्थियों में खुद संभाला मोर्चा
सागर. पुलिस महानिरीक्षक सागर रेंज प्रमोद वर्मा व उप पुलिस महानिरीक्षक सुनील कुमार जैन का पूरा कार्यकाल यादगार रहा। आमतौर पर फील्ड पर एसपी या जिला पुलिस बल पहुंचता है, लेकिन आइजी, डीआइजी रैंक के दोनों अधिकारियों ने कई बार विपरीत परिस्थितियों में फील्ड पर उतरकर खुद मोर्चा संभाला। इसी कार्यप्रणाली को देखकर सरकार ने आइजी प्रमोद वर्मा को जबलपुर रेंज की कमान सौंपी है तो वहीं डीआइजी सुनील कुमार जैन को चंबल रेंज मुरैना भेजा गया है। डीआइजी जैन पहले भी चंबल रेंज में पदस्थ रहे हैं, इसलिए वह पहले से ही वहां की कानून व्यवस्था से भलीभांति परिचित हैं।
पुलिस महानिरीक्षक प्रमोद वर्मा ने अपने कार्यकाल में कई गंभीर मामलों को सुलझाया है। नेशनल हाइवे पर हुई 28 करोड़ रुपए कीमत के आई फोन की लूट घटना में उन्हीं के सीधे दखल और प्रयासों से पुलिस अपराधियों तक पहुंच सकी तो वहीं कंट्रोल रूम के सामने हुए ट्रिपल मर्डर के मामले में आइजी खुद रात 2 बजे तक मौके पर मौजूद रहे। इसके अलावा संभाग के ऐसे कई और मामले हैं, जहां उन्होंने खुद मोर्चा संभाला।