
Where the seating chair was not available, the chair is now empty, the restaurant hotel is open, but the customers ,Where the seating chair was not available, the chair is now empty, the restaurant hotel is open, but the customers ,Where the seating chair was not available, the chair is now empty, the restaurant hotel is open, but the customers ,Where the seating chair was not available, the chair is now empty, the restaurant hotel is open, but the customers ,Where the seating chair was not available, the chair is now empty, the restaurant hotel is open, but the customers ,Where the seating chair was not available, the chair is now empty, the restaurant hotel is open, but the customers ,Where the seating chair was not available, the chair is now empty, the restaurant hotel is open, but the customers
बीना. कोरोना संक्रमण के बाद लगे लॉकडाउन के दौरान सबसे पहले होटल, रेस्टोरेंट को बंद किया गया था और अनलॉक सबसे बाद इनके संचालकों को खोलने की अनुमति दी गई, लेकिन इस दौरान करीब तीन माह से धंधे में हाथ पर हाथ रखे बैठे होटल, रेस्टोरेंट संचालकों के लिए कर्मचारियों का वेतन देने में भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। हाल यह है कि होटल में अन्य दिनों की तुलना में कुल 15 प्रतिशत लोग भी खाने-पीने के लिए नहीं पहुंच रहे हैं। लोगों के रेस्टोरेंट में आने की बात पूछने पर एक संचालक ने बताया कि पहले कुर्सियां भरी रहती थी तो लोगों से कहते थे थोड़ा रुको अब कहते हैं अब खाली पड़ी रहती हैं। एक रेस्टोरेंट संचालक नीचे के फ्लोर में किराना सामान बेच रहा है। ऐसा दौर पहली बार देखने के लिए मिल रहा है जब रेस्टोरेंट संचालकों को बिजली बिल भी जेब से भरना पड़ रहा है।
इसलिए कम आ रहे ग्राहक
रेस्टोरेंट और होटल के काम से जुड़े जानकारों के मुताबिक यहां ग्राहकों की संख्या कम होने के तीन कारण हैं जिसमें एक तो दूसरे शहर के लोग शहर नहीं आ पा रहे हैं जिनसे ही मूल कमाई रेस्टोरेंट संचालकों को होती है वहीं होटल भी खाली पड़े हैं। व्यापार की स्थिति भी ठीक नहीं है इसलिए व्यापारियों का भी आना जाना नहीं है। तीसरा सबसे बड़ा कारण कोरोना का डर है, जिसमें लोग रेस्टोरेंट में खाना नहीं खाना ही मुनासिब समझ रहे हैं।
ऑनलाइन बुकिंग शून्य
रेस्टोंरेट में खाना तो दूर की बात लोग वहां से होम डिलेवरी के लिए भी ऑनलाइन ऑर्डर बुक नहीं कर रहे हैं। इसके चलते संचालकों ने अपने नंबर रेस्टोरेंट के बाहर लगा दिए हैं कि जरूरत पडऩे पर लोग फोन लगाकर बुकिंग दे सके।
Published on:
27 Jun 2020 09:15 am
बड़ी खबरें
View Allसागर
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
