वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर के अनुसार पूछताछ में गिरोह के सदस्यों ने बताया कि पिछले करीब दो वर्षों से यह गैंग पानीपत से सहारनपुर और रुड़की को होते हुए नजीबाबाद जा रही आईओसी की पाइप लाइन से डीजल चोरी कर रहे थे। सरसावा और गागलहेड़ी क्षेत्र में भी इन्होंने कई घटनाएं की थी। इस तरह से यह गैंग करीब एक करोड़ रुपए कीमत का डीजल चोरी कर चुका था। चोरी का डीजल मुजफ्फरनगर के एक पेट्रोल पंप पर बेचा जाता था। पूछताछ में यह बात साफ हुई है कि इसके लिए मुजफ्फरनगर डीएसओ विभाग में तैनात एक बाबू को भी कथित रूप से महीना जाता था। दरअसल जिस पेट्रोल पंप पर चोरी का डीजल भेजा जा रहा था उसने पिछले दो वर्षों से कोई डीजल खरीदा ही नहीं था। उस पेट्रोल पंप पर दो वर्षों से चोरी का ही डीजल बेचा जा रहा था।
कुछ ऐसे लोगों के नाम भी सामने आए हैं जो मोबाइल टावर पर डीजल आपूर्ति करते थे। यह लोग भी वहां से डीजल चोरी करके इस गैंग के द्वारा चोरी के डीजल को मुजफ्फरनगर के उसी बायोडीजल पेट्रोल पंप पर बेचा करते थे। गैंग के आठ सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनका मुखिया बागपत का रहने वाला संदीप है। अभी 15 सदस्य फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है।
इस खुलासे पर सहारनपुर पुलिस को एडीजी और अपर मुख्य सचिव गृह ने एक-एक लाख का नगद पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की है। एसएसपी आकाश तोमर के अनुसार गैंग को पकड़ने वाली टीम सरसावा थानाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह, स्वाट टीम प्रभारी जयबीर सिंह और सर्विलांस टीम प्रभारी अजब सिंह और अभी सूचना विंग के प्रभारी अजय प्रसाद गौड़ व उनकी टीम को एडीजी मेरठ राजीव सभरवाल ने एक लाख और अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने एक लाख रुपये नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है। ₹100000 का इनाम देने की घोषणा की है
यहां से किया था डीजल चोरी
पकड़े गए अभियुक्तों ने बताया कि उन्होंने 27 मार्च 2020 को कुआ खेड़ा लक्सर से, 26 जून 2020 को भूमि लक्सर से, 12 अगस्त 2020 को कुआं खेड़ा लक्सर से, 3 जनवरी 2021 को चुड़ियाला भगवानपुर से, 21 फरवरी 2021 को अकोडा खुर्द लक्सर से, 19 मार्च 2021 को कुतुबपुर लक्सर से, 8 जुलाई 2021 को शाहजहांपुर लक्सर से, 23 अगस्त 2021 को आगवानहेड़ा सरसावा से, 18 सितंबर 2021 को बुड्ढा खेड़ा गागलहेड़ी से, 13 अक्टूबर 2021 को शाहजहांपुर लक्सर से , 5 नवंबर 2021 को बेरखेड़ी सरसावा से, 27 नवंबर 2021 को कदरगढ़ सरसावा से, डीजल चोरी की घटना को अंजाम दिया। यह लोग अपने साथ टैंकर रखा करते थे और टैंकर में सीधे डीजल चोरी किया करते थे। अब तक यह गैंग करीब एक करोड रुपए का डीजल चोरी कर चुका है