आपको बता दें कि मगहर महोत्सव के तीसरे दिन प्रभारी मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम और विधायक गणेश चौहान ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया, इस दौरान उनके साथ मंडलायुक्त अखिलेश सिंह और डीएम महेंद्र सिंह तंवर मौजूद रहें।
कैलाश खेर ने गाए गाने, स्थानीय कलाकारों ने भी किया प्रदर्शन इस अवसर पर स्थानीय कलाकारों ने भी अपने कला का प्रदर्शन किया। महोत्सव की शान बढ़ाने आए कैलाश खेर ने ज्योही गाया कि तेरी दीवानी… और कैसे बताएं, क्यों तुझको चाहें तौबा बता न पाए पर दर्शकों के शोर से पंडाल गूंज उठा।
गोरी सोई सेज पर मुख पर डाले केश, जय-जय कारा, आदि योगी, बम लहरी, आज मोरे पिया घर आवेंगे सहित शिव तांडव, रंग दीनी ओढ़नी पर दर्शक झूमते रहे। तेरे बिन नहीं लगदा दिल मेरा ढोलना और बाहुबली का कौन है कौन है वो… पर दर्शकों का उत्साह देखने लायक रहा। पूरा पंडाल शोर से गूंजता रहा। जय जय कारा पर दर्शक कैलाश खेर का साथ देते रहे। हो गई मैं तेरी दीवानी’ पर लोग दीवाने से हो गए।
मगहर पहुंचते ही कबीर समाधी पर ठेके माथा सबसे पहले सूफी संगीत के गायक कैलाश खेर मगहर पहुंचते ही कबीर समाधि और मजार पर चादर चढाकर माथा ठेका और कबीर की वाणी को अपने संगीत के माध्यम से जन-जन तक पहुंचाने का सार्थक प्रयास किया।
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी संत कुमार, एसडीएम शैलेश कुमार दुबे, मगहर नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी वैभव सिंह, चेयरमैन नूरुजमा अंसारी, अवधेश सिंह, सरदार सतविंदर पाल जज्जी सहित अनेक लोग मौजूद रहे।