सीएमओ रमाकांत शुक्ला ने बताया कि जलकल व्यवस्था के लिए 22 करोड़ का लोन चुकाने में नप अक्षम है। ऐसे में जलकल विभाग के पास रिक्त शासकीय जमीन में 13 गुणा 20 की 25 दुकानें बना दी जाएं। इसके ऊपर 25 कमरों का होटल बनाया जाए तो आय बढ़ सकती है। लोन चुकाने में भी आसानी होगी। कलेक्टर ने 25 दुकानों के लिए हरी झण्डी दे दी। होटल के लिए बाद में निर्णय लेने की बात तय की गई।
कलेक्टर ने जानकीकुण्ड घाट का निरीक्षण किया। यहां जानकी मंदिर के दोनों ओर सौदर्यीकरण प्रस्ताव से वंचित क्षेत्र को भी घाट के रूप में तैयार करने और यहां का सौदर्यीकरण करने के निर्देश दिए। कहा कि जानकीकुण्ड घाट सौदर्यीकरण के साथ इसे भी शामिल करें साथ ही घाट के वर्तमान कार्यों में सौदर्यीकरण और बेहतर करने के निर्देश दिए गए।
सीवर लाइन के लिए खोदी गई सड़क का पुनर्निर्माण एक सप्ताह में प्रारंभ नहीं किये जाने पर संबधित अधिकारियों को चेताया कि अब सख्त कार्यवाही के लिये तैयार रहें। उन्होंने स्फटिक शिला में निर्माणाधीन कार्यो का जायजा लिया और कार्य को गुणवत्तापूर्ण तरीके से समय-सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए।
कामदगिरी से सतना बायपास, तुलसी मार्ग से अक्षयबट रोड, बस स्टैण्ड के पास पार्क एवं बाउण्ड्री वॉल, जानकीकुण्ड घाट एवं स्फटिक शिला घाट, अनुसुइया मार्ग पर 100 दुकानें और पर्यटक सूचना केंद्र, किचन शेड, कामन फैसिलिटी सेन्टर के कुल 7.6 करोड़ के काम स्वीकृत किए गए।