बताया गया कि इस घटना की वजह सड़क का गलत निर्माण है। हाइवे की टेण्डर शर्तों के अनुसार दोनों लेन में 50-50 फीट चौड़ी सड़क बनाई जाती है। लेकिन अमरानाला के पास पाया गया कि यहां पर तीन घर हाइवे के रास्ते पर है। इन्हें नियमानुसार हटाया जाकर यहां रोड का निर्माण करना है, लेकिन मुआवजा विवाद नहीं निपटने के कारण हाइवे की चौड़ाई कम है साथ ही यहां अनावश्यक की टर्निंग है। सड़क की पटरी भी नहीं है। घटना के वक्त यहां हादसे को रोकने के लिये कोई साइड वाल भी नहीं थी। हालांकि घटना के दूसरे दिन यहां पर साइड वाल लगा दी गई। कुल मिलाकर यह दुर्घटना प्रशासन और हाइवे अथारिटी की लापरवाही की वजह है।
विधायक नारायण त्रिपाठी ने केन्द्रीय भूतल परिवहन मंत्री को इस संबंध में पत्र लिखा है कि निर्माण में तकनीकि खामियों के कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं। इससे लगातार जनहानि हो रही है। ठेका कंपनी भी निर्माण संबंधी नियमों का ध्यान नहीं रख रही है। इस मामले की विस्तृत जांच करने की मांग उन्होंने मंत्री से की है।