अन्य युवक नाव के लौटने का इंतजार करने लगे। नाव पथरहटा निवासी भूरा केवट चला रहा था और मूर्ति खैरा निवासी मनीष कोल पकड़कर बैठा हुआ था। बारिश के कारण नदी का बहाव तेज था। बीच नदी में पहुंचते ही संतुलन गड़बड़ाया और नाव पलट गई। गनीमत थी कि नाविक के साथ नाव में बैठे युवक को भी तैरना आता था। दोनों तैरकर किनारे तक पहुंचे।