वहीं कार्तिकेय को सफाईकर्मी के रूप में दिखाया गया है। दरअसल, श्री नवदुर्गा उत्सव समिति कामता टोला कमेटी ने माता की चिकित्सालय की झांकी का प्रस्तुतीकरण किया है। इसमें कोरोना महामारी का संपूर्ण चित्रण किया गया है। इसके माध्यम से बताया गया कि कोरोना ने किसी तरह कहर बरपाया। पुलिस, सफाईकर्मी, डॉक्टर, नर्स और पत्रकारों ने कैसे खुद को जोखिम में डालकर दूसरों की मदद की।
6 फीट की मां, 15 हजार खर्च
कमेटी के सदस्यों ने बताया कि डॉक्टर रूपी मां की प्रतिमा करीब ६ फीट की है। जबकि श्रीगणेश, कार्तिकेय, मां लक्षी और मां सरस्वती करीब साढ़े ४ फीट की हैं। इसे करीब १५ हजार रुपए में खरीदा गया है। इस सोच को मूर्तिकार दोलन पाल ने आकार दिया है।