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सतना

पीएचई के आंकड़ों पर कलेक्टर ने खड़े किए सवाल

सीएम हेल्पलाइन की 15 हजार शिकायतों का निराकरण नहीं

सतनाMay 07, 2024 / 09:24 am

Ramashankar Sharma

समय सीमा बैठक

टीएल बैठक लेते कलेक्टर अनुराग वर्मा

सतना। लोकसभा चुनाव के बाद कलेक्टर ने अपनी पहली टीएल बैठक में जल संकट की स्थितियों की विस्तृत समीक्षा की। इस दौरान ईई पीएचई ने बताया कि सतना जिले में 14998 हैंडपंप में 1077 बंद हैं तथा 39 बसाहटें पेयजल समस्या वाली चिन्हित की गई हैं। कलेक्टर ने लगातार मिल रही शिकायतों को देखते हुए कहा कि पीएचई विभाग द्वारा बंद हैण्डपंपों की जो संख्या बताई जा रही है वह कम लग रही है। उन्होंने निर्देश दिए कि अगले दो दिन में जनपद सीईओ ग्राम पंचायतवार तथा सीएमओ वार्डवार अक्रियाशील और क्रियाशील हैंडपंपों सहित नल जल योजनाओं की रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। ईई पीएचई को निर्देशित किया कि सभी सुधार योग्य हैंडपंपों को अगली टीएल तक सुधार लिया जाए। किसी ग्राम पंचायत में कहीं भी पेयजल की समस्या हो, तो ग्राम पंचायत में उपलब्ध टैंकरों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करें। प्रत्येक ग्राम पंचायत में टैंकर उपलब्ध हैं। पेयजल परिवहन अंतिम विकल्प के रूप में ही उपयोग होगा। इस दो महीने निकायों का फोकस पेयजल आपूर्ति में गंभीरता से रहना चाहिए। बिना सूचना बैठक से अनुपस्थित रहने पर सिविल सर्जन केएल सूर्यवंशी, सीएमओ नागौद व उचेहरा लखन ताम्रकार और सहायक श्रमायुक्त हेमंत डेनियल को शो-कॉज जारी किया। बैठक में अपर कलेक्टर स्वप्निल वानखेड़े, जिपं सीईओ संजना जैन, निगमायुक्त शेर सिंह मीना सहित सभी एसडीएम, सीएमओ और जनपद सीईओ सहित जिला विभाग प्रमुख मौजूद रहे।
आखिर कितनी गर्मी तक यही दोहराओगे

बाणसागर ग्रामीण समूह पेयजल योजना की समीक्षा में बताया गया कि अगली गर्मी तक काम पूरा हो जाएगा। यह सुन कलेक्टर ने नाराजगी जताते हुए कहा कि पिछली गर्मी में भी तुम लोगों ने यही कहा था। मुझे आए हुए ढाई साल होने को हैं हर बार यही बोल देते हो। यहां के लोगों तो 5 साल हो गए यह सुनते हुए लेकिन पानी नहीं आया। बीरबल की खिचड़ी बना रखा है तुम लोगें ने इसे। दरअसल जल निगम के अधिकारियों ने बताया कि योजना की भौतिक प्रगति 92.47 प्रतिशत है। योजना को 31 मार्च 2025 तक का एक्सटेंशन मिल गया है।
15 हजार शिकायतों का निराकरण नहीं

सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा में पाया गया कि सतना जिले की 15946 शिकायतें निराकरण के लिए लंबित हैं। इस पर कलेक्टर ने कहा कि जब मैहर जिला सतना में शामिल था तब 10 हजार के लगभग शिकायतें लंबित रहती थीं। मैहर अलग होने के बाद शिकायतें घटने की जगह और बढ़ गई हैं। इसमें सबसे ज्यादा 3610 शिकायतें राजस्व विभाग की, पीएचई की 1311, महिला बाल विकास विभाग की 1292 शिकायतें लंबित है। अगली टीएल तक इसमें 50 फीसदी की कमी हो जानी चाहिए। लोक सेवा गारंटी की समय बाह्य प्रकरणों की संख्या 99 पाए जाने पर भी नाराजगी जाहिर की। कहा कि अगली बैठक में यही स्थिति रही तो जुर्माना लगाया जाएगा।
कोई भी अधिकारी दफ्तर में नहीं बैठेगा

गेहूं उपार्जन की समीक्षा में कलेक्टर ने कहा कि अगले 15 दिन तक गेहूं की खरीदी से जुड़े कोई भी अधिकारी ऑफिस में नहीं बैठेंगे। खरीदी केंद्रों का निरंतर भ्रमण करेंगे और अनियमितता या गड़बड़ी पाए जाने पर सख्त कार्यवाही भी करेंगे। एनआरएलएम स्व-सहायता समूहों के केंद्रों में खरीदे हुये गेहूं का भण्डारण करवाकर भुगतान कराए। राशन वितरण 84 फीसदी मिलने पर नाराजगी जाहिर की। इस पर बताया गया कि राशन कोटे का जिले का गेहूं खत्म होने की कगार पर आ गया है। लिहाजा व्यवस्था करने की वजह से कुछ विलंब हो रहा है। दो दिन में अप्रैल माह का वितरण कंपलीट कर लिया जाएगा।
एसडीएम पर नाराजगी

जिले में नरवाई जलाने की बढ़ रही घटनाओं को लेकर एसडीएम की कार्यशैली पर नाराजगी जाहिर की। कहा, अगले दो दिनों में नरवाई जलाने की घटना के प्रकरण दर्ज कर जुर्माना वसूली की कार्यवाही करें।

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