एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 18 से 30 साल के लोगों में यह बीमारी आम देखी गई है। 28 साल के युवक के सिर में 27.8 एमएम की एक हड्डी पाई गई। वहीं 58 वर्षीय के व्यक्ति में वही हड्डी 24.5 एमएम की देखी गई। यह अध्ययन 18 से 86 साल की उम्र के लोगों पर किया गया। डॉक्टर डेविड शाहर का कहना है कि इस बीमारी के पीछे की अहम वजह है लोगों का ज़रूरत से ज्यादा मोबाइल इस्तेमाल करना। डॉ.शाहर कहते हैं युवाओं का मोबाइल को इस्तेमाल करते हुए नीचे देखते रहना इस हड्डी के निकलने की प्रमुख वजह है।
सिर झुकाकर कई घंटों तक फोन को देखते रहना आपकी आंखों के साथ-साथ गर्दन में दर्द की समस्या पैदा करना शुरू कर देता है। एक लंबे समय तक गर्दन का आगे की ओर झुके होने से सिर के पीछे समस्या होना लाजमी है। लगातार एक ही पोजीशन में फोन को देखते रहने से आपकी रीढ़ की हड्डी टेढ़ी हो जाने का खतरा बना रहता है। डॉक्टरों की भाषा में इस उभरी हुई हड्डी को स्पाइक्स कहा जाता है।
पिछले साल ब्रिटेन ( Britain ) में हुए एक शोध में सामने आया था कि वहां औसत एक व्यक्ति हफ्ते में लगभग पूरा एक दिन मोबाइल पर बिता देता है। शोध में इस बात का भी खुलासा हुआ था कि हर 12 मिनट पर लोग अपने फोन की जांच करते हैं।