बच्चों को स्कूल भेजने से पहले करें कन्फर्म
मध्यप्रदेश केे करीब एक दर्जन से अधिक जिले जलमग्न हो चुके हैं, बारिश के कारण स्कूलों की छतों से पानी टपक रहा है, कहीं स्कूल के रास्ते खराब हो रहे हैं, तो कहीं स्कूल परिसर में ही पानी भरा है, ऐसे में अगर आपके जिले में स्कूलों की छुट्टी नहीं भी की गई है, तो कम से कम बच्चे को स्कूल भेजने से पहले कन्फर्म जरूर कर लें कि बच्चे को स्कूल भेजना है या नहीं, अन्यथा ऐसा न हो कि आप बच्चे को स्कूल भेज दें और वह रास्ते में परेशान हो जाए। क्योंकि अभी प्रदेश के कई जिलों में छुट्टी घोषित कर दी है, तो कई जिलों में छुट्टी घोषित नहीं भी की है तो वहां स्कूल पहुंचने जैसे हालात नहीं हैं। ऐसे में बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए परिजन खुद भी निर्णय लें। ताकि भारी बारिश के दौरान आपका बच्चा किसी प्रकार की मुसीबत में नहीं पड़े।
दो दिन की बारिश ने सीहोर विकासखण्ड में बीते छह साल का रेकार्ड तोड़ दिया है। 10 जुलाई 2016 को एक दिन में 262 एमएम बारिश हुई थी, इसके बाद 23 अगस्त 2022 को एक दिन में 230 एमएम बारिश हुई है। अगस्त महीने में इतनी बारिश एक दिन में कभी नहीं हुई। जिले में बारिश का आंकड़ा औसत से दोगुना हो गया है। बारिश से जिले में जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, दूसरे दिन दोपहर तक नदी-नाले उफान पर रहे। कई गांव का शहर से संपर्क कटा हुआ है। नर्मदा तटीय गांव के लोग राहत शिविरों में रुके हुए हैं। यहां पर प्रशासन ने रात में बिस्तर से लेकर भोजन और स्वास्थ्य परीक्षण की व्यवस्था की है।