मेडिकल कॉलेज में अब बाहर से आने वाले सेम्पलों की ही जांच होगी। इसके पहले फीवर क्लीनिक में भी सेम्पल लिए जा रहे थे। जिसे पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। जिले के साथ ही उमरिया अनूपपुर में संचालित फीवर क्लीनिक व घर-घर सर्वे के दौरान लिए जा रहे सेंपलों की यहां स्थित आरटीपीसीआर मशीन के माध्यम से जांच की जाएगी। यहां प्रतिदिन 700-800 सेम्पलों की जांच हो रही है। लगातार दबाव बढ़ रहा था। सेम्पलों की संख्या बढऩे के कारण दबाव बढ़ गया था और प्रतिदिन 1100-1200 सेम्पलों की जांच करनी पड़ रही थी। हालांकि अब क्षमता के अनुसार ही जांच की जा रही है।
बिगड़ रही थी व्यवस्था, बढ़ रहा था खतरा
मेडिकल कॉलेज स्थित फीवर क्लीनिक में अनावश्यक भीड़ बढ़ रही थी। जिसके चलते संक्रमण का खतरा और भी बढ़ रहा था। मेडिकल कॉलेज में इलाजरत मरीजों के साथ आने वाले अटेंडर भी बड़ी तादाद में फीवर क्लीनिक पहुंचकर सैम्पलिंग कराने भीड़ जुटाने लगे थे। जिससे फीवर क्लीनिक की व्यवस्था बिगड़ रही थी साथ ही गाइडलाइन का पालन नहीं हो रहा था। जिसे देखते हुए जिला प्रशासन के निर्देश पर प्रबंधन द्वारा यह निर्णय लिया गया है।
फीवर क्लीनिक में सेम्पलिंग के लिए लगातार भीड़ बढ़ रही थी। जिसके चलते स्थितियां बिगड़ रही थी। जिसे देखते हुए फीवर क्लीनिक का संचालन बंद कर दिया गया है। अन्य फीवर क्लीनिकों व घर-घर सर्वे के दौरान कलेक्टर किए सेम्पलों की आरटीपीसीआर मशीन से जांच की जा रही है।
डॉ. मिलिन्द शिरालकर, डीन मेडिकल कॉलेज, शहडोल।