कभी मेंस में फेल तो कभी इंटरव्यू से बाहर
पत्रिका से बातचीत में वैभव ने बताया कि, 2016 में रायपुर से बीए और एलएलबी करने के बाद सिविल जज के लिए ठान ली थी लेकिन कई बार असफलता हाथ लगी। तीन बार असफल होना पड़ा। कभी प्री नहीं निकल पाता था तो कभी मेंस में फेल हो जाता था। एक बार तो प्री मेंस क्लीयर होने के बाद इंटरव्यू से बाहर कर दिया गया था लेकिन फिर भी माता पिता और शिक्षकों से हौसला मिलता रहा और दो साल बाद मुकाम हासिल कर लिया।
हाल ही में जारी किया गया रिजल्ट
सिविल जज परीक्षा का रिजल्ट हाल ही में जारी किया गया है। इसमें वैभव पटेल ने भी सफलता हासिल की है। इस परीक्षा में अकसर बड़े शहरों के युवा बाजी मारते हैं। शहडोल जैसे छोटे शहरों से युवाओं की एक तो ऐसी परीक्षाओं में भागीदारी कम ही होती है, होती भी है तो सुविधाओं और जानकारी के अभाव में उन्हें सफलता कम ही हाथ लगती है। ऐसे हालात में यदि वैभव को सफलता मिली है तो शहडोल जैसे शहर के लिए गौरव की बात है।