उल्लेखनीय है कि करीब 15 दिन बाद शाजापुर को यूरिया की रैक मिली थी। इसमें से आधा रैक आगर और राजगढ़ जिले में पहुंचा दिया गया। शेष यूरिया में से जिले की समस्त सहकारी संस्थाओं को भेजने के बाद किसानों को नकद में विक्रय के लिए यूरिया मार्केटिंग सोसायटी शाजापुर को दिया गया। यहां पर यूरिया पहुंचने की जानकारी मिलते ही सोमवार को पहले ही दिन यहां पर किसानों की भारी भीड़ लग गई। मार्केटिंग सोसायटी द्वारा प्रति पावती पर किसान को दो-दो बोरी यूरिया का विक्रय किया गया। पहले दिन यहां पर 2037 बोरी यूरिया किसानों को बांटा गया। सुबह से लेकर देर रात तक यूरिया विक्रय करने का दौर यहां पर चलता रहा। मंगलवार को भी सुबह से बड़ी संख्या में किसान यहां पर पहुंचकर कतार में खड़े हो गए थे। देर शाम तक यहां पर किसानों को यूरिया का विक्रय किया गया। इस दौरान करीब 1600 बोरी यूरिया का विक्रय किया गया।
पुलिस के जवान मौके पर मौजूद रहे
मार्केटिंग सोसायटी में किसानों की भारी भीड़ लगने के कारण दूसरे दिन मंगलवार को भी यहां पर पुलिस के जवान तैनात रहे। महिला कृषकों के लिए यहां पर महिला पुलिसकर्मी भी मौजूद रही। कतार में खड़े किसानों के दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने के लिए मार्केटिंग सोसायटी के अधिकारी मैदान में ही पहुंच गए। यहां पर प्रत्येक किसान के पास पहुंचकर अधिकारी ने हस्ताक्षर किए। यहां की स्थिति का जायजा लेने के लिए मार्केटिंग सोसायटी के अध्यक्ष वीरेंद्रसिंह गोहिल मार्केटिंग सोसायटी पहुंचे। गोहिल ने कतार में खड़े हुए किसानों को आश्वस्त किया कि सभी किसानों को यूरिया मिलेगा। यूरिया की पर्याप्त उपलब्धता है। जो किसान आज यूरिया लेने से वंचित रह गए हैं, वे कल आकर भी यूरिया ले सकते हैं। अभी यूरिया का स्टॉक पड़ा हुआ है। वहीं आगामी दिनों में यूरिया की एक और रैक आने वाली है। जिससे किसानों को यूरिया के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा।