दरअसल, मामला शामली जिले के भवन थाना क्षेत्र के कस्बा जलालाबाद का है। जहां गांव गढ़ी अब्दुल्ला निवासी शबाना (काल्पनिक नाम) की शादी जलालाबाद कस्बे के मोहल्ला मोहम्मदगंज निवासी मुस्तकीम से हुई थी। शबाना की शादी 2015 में हुई थी। शादी में शबाना के पिता ने अपनी हैसियत के मुताबिक दान दहेज भी दिया था, लेकिन ससुरलिये और पति मुस्तकीम अतिरिक्त दहेज की मांग करने लगे और शबाना पर मायके से दहेज में कार व पैसा लाने की जिद करने लगे, लेकिन बेबस पीड़िता कार व पैसों का इन्तजाम नहीं कर पा रही थी। उसने पति को मना किया तो पति व ससुरालिये गृहक्लेश रखने लगे। इतना ही नहीं दहेज लोभी दानवों ने शबाना पर अत्याचार करना शुरू कर दिया। वहीं लाचार पीड़िता न तो अपना दुखड़ा परिजनों को सुना सकती थी और न ही पति व ससुरालियों को उलट कर जवाब दे सकती थी। जैसे-जैसे दिन गुजरते गए शबाना पर हो रहे अत्याचार बढ़ते गए। शबाना को यातनाएं दी जाने लगी। इतने सितम करने के बाद भी पति की भूख कम नहीं हुई। इसके बाद 7 अगस्त 2018 से पति मुस्तकीम शबाना को छोड़कर सऊदी अरब में जाकर रहने लगा।
शबाना ने बताया कि मुस्तकीम जब भी फोन करता तो कहता जब तक कार व पैसे नहीं लाएगी तब तक लौटकर नहीं आएगा। शबाना का आरोप है कि पति के विदेश जाने के बाद उसके जेठ ने उसके साथ दुष्कर्म किया। जब इसका विरोध किया तो ससुरालवालों ने 29 जनवरी 2019 को हत्या का प्रयास भी किया। हत्या के डर से वह अपने मायके लौट आर्इ। इसके बाद बाद 1 जनवरी 2019 की रात पीड़िता के पास सऊदी अरब से पति मुस्तकीम का फोन आया आैर उसने तीन बार तलाक-तलाक-तलाक कहते हुए फोन काट दिया। तीन तलाक की सभी बातें शबाना के फोन में रिकॉर्ड हो गर्इ। पीड़िता कॉल रिकॉर्डिंग लेकर थाने पहुंची और पुलिस को इस पूरे मामले से अवगत कराया। फिलहाल पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।