पति-पत्नी के साथ की गई थी मारपीट, नहीं हुई सुनवाई
जानकारी के अनुसार, बदरवास थाना इलाके के बांसखेड़ा गांव के रहने वाले तोरन सिंह आदिवासी का जमीनी विवाद भोलू कलावत से चल रहा था। मृतक तोरन सिंह आदिवासी की पत्नी रामप्यारी बाई ने बताया कि, उसके पति ने 45 साल पहले 4 बीघा जमीन 50 हजार रुपए में गिरवी रख दी थी। बरसों बीत जाने के बाद इस बार उसने और उसके पति तोरन सिंह आदिवासी ने उक्त जमीन को खुद जोत कर फसल करने का फैसला लिया था, जिसके बाद वो टपरिया बनाकर उसी खेत पर रहने लगे थे। बीती रात करीबन 8 बजे भोलू कलावत और उसका भाई सुशील और उसका बेटा सत्यम और अतुल खेत पर आए और उसके उसके पति के साथ मारपीट की। इस बीच पत्नी ने भागकर अपनी जान बचाई। अपने साथ हुई मारपीट की शिकायत करने जब वो बदरवास थाने पहुंची, तो वहां उसकी सुनवाई भी नहीं हुई।
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सुबह पेड़ पर लटका मिला शव
रामप्यारी बाई के अनुसार, रात में उसके पति के साथ हुई मारपीट के बाद वो लापता हो गया था। लेकिन, सुबह बांसखेड़ा गांव के एक पेड़ पर उसका शव लटका मिला। परिजन का आरोप है कि, उसे भोलू कलावत द्वारा मारकर पेड़ पर लटकाया गया है। परिजन का ये भी आरोप है कि, अगर रात में बदरवास थाना पुलिस उनकी सुनवाई कर लेती तो तोरन सिंह आदिवासी की जान बच गई होती।
गुस्साए आदिवासियों ने जाम किया हाईवे
तोरन सिंह आदिवासी की मौत के बाद परिजन भड़क उठे, उसके बाद लगभग 300 से अदिक आदिवासी लोग हाथ में लाठी लेकर सड़बुड़ बाईपास पर पहुंचे और नेशनल हाईवे नंबर 45 को पूरी तरह से जाम कर दिया। सूचना के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस समेत कोलारस एसडीओपी विजय यादव ने मोर्चा संभाला। इसके बाद आदिवासी समाज के लोग हाईवे पर हटने को तैयार नहीं थे। आदिवासी समाज के लोगों ने बदरवास थाना पुलिस के स्टाफ पर आरोप लगाते हुए कहा कि, उनके द्वारा समय पर कार्रवाई नहीं की गई। अगर वो समय पर शिकायत सुनते और गांव में आकर दबिश देते तो तोरन सिंह आदिवासी की जान बच सकती थी।
बिगड़ गए थे हालात पुलिस और SDOP ने यूं संभाले
गुस्साए आदिवासी समाज के लोगों ने बदरवास थाना पुलिस में तैनात पुलिसकर्मियों पर कारर्वाई की मांग की है। एसडीओपी विजय यादव ने आदिवासी समाज के लोगों से जांच के बाद कार्रवाई करने का आश्वासन दिया, तब कहीं जाकर मामला शांत हुए और हाईवे का आवागमन सुचारू हो सका। वहीं, मामले पर कोलारस एसडीओपी विजय यादव का कहना है कि, दो पक्षों के बीच जमीनी विवाद चल रहा था। पहले भी इसकी शिकायत दर्ज कराई जा चुकी है। मृतक तोरन सिंह आदिवासी के शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी गई है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।